घर छोड़ के ना जाओ – इंदौर पुलिस ने आखिर किससे कहा- जानिये पूरी खबर

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इंदौर, आकाश धोलपूरे।  मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में पुलिस ने आज से एक अनूठे अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान को एक बड़ी जनजागरूकता के रूप में देखा जा रहा है। अभियान का आगाज़ मंगलवार को द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में किया गया। यहां आनंद स्कूल परिसर में एक बड़ा कार्यक्रम बेटियों के लिए आयोजित किया गया जिसमें स्कूली छात्राओं के साथ ही अन्य बेटियां और उनके पेरेंट्स शामिल हुए।

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दरअसल, तेजी से बढ़ते और हाईटेक हो रहे इंदौर में किशोरावस्था में पहुंच रही बेटियां अनजाने लोगो के बहकावे में आकर घर छोड़ने जैसा घातक कदम उठाने के पहले एक बार भी ये नही सोचती है कि उनका उठाया हुआ कदम उनकी जिंदगी की मुसीबत का सबव बन सकता है। हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए है जिनमें नाबालिगो को बहला फुसलाकर शादी जैसा कदम उठाने के लिए भी मजबूर किया गया वही कई घटनाएं ऐसी भी सामने आती है बेटियों की अस्मत को लूटने के साथ ही बुरी नीयत के लोग उन्हें जिंदगी के भंवर में फंसा देते है।

ऐसे में इंदौर पुलिस ने एक ऐसा प्रोग्राम तैयार किया है जिसके जरिये वो बेटियों को गलत राह पर जाने से रोक सके। इसी तारतम्य में मंगलवार को द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के आनंद स्कूल परिसर में बेटियों और उनके पालकों को बुलाकर आने वाले खतरे से आगाह कर महफूज रहने के तरीके पुलिस ने बताये। इंदौर पुलिस की महिला अधिकारियों ने किशोरावस्था और उसकी दहलीज पर पहुंचने वाली बेटियों को हर वो मुमकिन समझाइश दी जिससे कोई भी आगे चलकर कोई गलत कदम न उठाएं।

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” घर छोड़ के ना जाओ ” बालिका सशक्तिकरण अभियान के जरिये पुलिस ने न सिर्फ बेटियों को बल्कि उनके पेरेंट्स को भी हर जरूरी बात समझाई और पुलिस ने साफ किया कि पुलिस हर कदम पर बेटियों के साथ है ऐसे में वो खाकी से डरे नही बल्कि उसे अपना ही समझे। पुलिस ने बताया कि करियर और उम्र के अहम पड़ाव पर बेटियों को संभलकर अपने सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ना चाहिए और बाहरी व्यक्ति के दबाव या प्रभाव में आकर घर छोड़ देने जैसा कदम नही उठाना चाहिये क्योंकि ऐसा कदम स्वयं के लिये और परिवार वालो के मुश्किलें ही बढ़ाता है। पुलिस ने पालकों भी समझाया कि उम्र के इस पड़ाव पर डांटने के बजाय धैर्य से काम लेकर पूरे आत्मविश्वास के साथ बच्चो के साथ खड़े रहना चाहिए और साथ ही पालकों को अपनी होनहार बेटियों को हर कदम पर अपनेपन के अहसास और सहजता रख समझाइश देना चाहिए। पुलिस के अनूठे प्रयास के बाद बेटियों को पुलिस की पहल ने प्रभावित किया और उन्होंने पुलिस द्वारा पूछे गए हर सवाल का जबाव पूरे आत्मविश्वास के साथ दिया। इधर, पेरेंट्स ने भी पुलिस के प्रयासों की सराहना कर माना कि वो भी कभी कभार गलतियां कर देते है जिसे वो अब सुधारेंगे। वही सामाजिक संगठनों से जुड़ी महिलाओं ने पुलिस के घर छोड़ के ना जाओ अभियान को आगे ले जाने की बात कहते हुए पुलिस से मांग की है कि ऐसे आयोजन गरीब बस्तियों के साथ ही आंगनवाड़ी स्तर पर आयोजित होने चाहिये।

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इधर, पुलिस ने बेटियों और उनके अभिभावकों को ये विश्वास दिलाया कि वो हर कदम पर उनके साथ है और बेटियों की सुरक्षा में कोई कोताही नही बरती जाएगी। पुलिस ने बेटियों से कहा कि बेटियां हर समस्या पहले पेरेंट्स को बताये और पेरेंट्स उनका सही मार्गदर्शन करें इसके बाद भी तकलीफ हो तो पुलिस हमेशा उनके साथ है। वही बेटियों को अपने करियर में आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाली पुलिस से बेटियों ने भी वादा किया है कि वो यूपीएससी या अन्य क्षेत्रों में अपना करियर बनाकर आगे बढ़ेगी और हर समस्या परिजनों को बताएगी। वही पुलिस अब माउथ पब्लिसिटी कर तहत घर छोड़ के ना जाओ अभियान को आगे बढ़ाने के प्रयास में जुटी है।

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Harpreet Kaur

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