Indore News: बुजुर्ग व्यक्ति ने 5 साल की बच्ची के साथ किया दुष्कर्म, पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज

बाणगंगा थाना इलाके में एक 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना का मामला सामने आया था। बच्ची अपनी दादी को चॉकलेट लेने जाने का बोलकर घर से गई हुई थी।

Shashank Baranwal
Published on -
indore police

Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति ने 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। वहीं परिजनों की शिकायत के बाद बाणगंगा थाना पुलिस ने दुष्कर्म करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।

बच्ची ने रो रोकर बताई पूरी घटना

इंदौर के बाणगंगा थाना इलाके में एक 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना का मामला सामने आया था। बच्ची अपनी दादी को चॉकलेट लेने जाने का बोलकर घर से गई हुई थी। इस दौरान बुजर्ग व्यक्ति ने बच्ची को अपने साथ ले गया। वहीं जब बच्ची अपने घर रोते हुए पहुंची तो पूछताछ में बच्ची ने बताया कि पास में रहने वाले अंकल ने कपड़े उतार के गंदी हरकत की। परिजन बच्ची को लेकर तुरंत थाने पहुंचे। पुलिस ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है।

पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज

पुलिस का कहना है कि 5 साल की बच्ची अपने घर से चॉकलेट लेने गई हुई थी। एक महिला के द्वारा बच्ची की मां को बताया गया कि कोई बुजुर्ग व्यक्ति हैं, जो आपकी बेटी को लेकर गए हैं। बच्ची ने रोकर अपनी मां को बताया कि उसके साथ अंकल ने गलत काम किया है। परिजनों ने बाणगंगा थाना में शिकायत दर्ज किया, जिसमें आईपीसी की धाराओं सहित पॉस्को एक्ट में केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News