इंदौर| हिंदी फिल्म स्पेशल 26 में जिस तरह नकली सीबीआई की टीम बड़े बड़े लोगों के यहां छापेमारी कर लाखों की चपत लगाते थे, ठीक इसी तरह का मामला इंदौर से सामने आया है, जहां क्राइम ब्रांच ने ऐसे गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो आयकर अफसर बनकर वर्षों से ठगी कर रहे थे। इसका संचालन रिटायर्ड क्लर्क का 12वीं फेल बेटा कर रहा था। उसके साथ 4 और लोग शामिल थे।
गिरोह के सरगना ने आयकर विभाग के समानांतर उसी नाम से इंवेस्टीगेशन विंग खोल रखी थी और वह स्वयं को चीफ इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर बताता था और सीनियर फील्ड ऑफिसर, फील्ड ऑफिसर, सीनियर जांच अधिकारी, जांच अधिकारियों की नियुक्ति कर युवाओं से 40 लाख रुपए भी ऐंठ चुका था। इन लोगों ने एक मकान में बाकायदा ऑफिस खोलकर भर्तियां भी कर ली थीं। भर्ती किए गए युवाओं से इन्होंने यहां के बड़े व्यापारियों की फाइल भी दबिश के लिए तैयार करवा ली थी।
रैड की ट्रेनिंग देते थे
इस गिरोह ने फिल्मी स्टाइल में कई जगह छापे भी मारे और रुपए भी वसूले, 30 कारोबारी, प्रॉपर्टी ब्रोकर, किसान, दुकानदारों के घर दबिश के लिए सर्वे तक करवा लिया था। आरोपित के दफ्तर से सर्वे की फाइलें, रजिस्टर, कार, नेमप्लेट, नियुक्ति पत्र, आईडी कार्ड मिले हैं। आरोपी युवाओं को इनकम टैक्स रेड को लेकर स्पेशल प्रशिक्षण देते थे और गोपनीयता बनाए रखने के लिए बाकायदा फार्म भी भरवाते थे।
80 लड़कों से लाखों ठगे
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक सरगना देवेंद्र (29) माधवलाल डाबर निवासी बजरंग नगर है। देवेंद्र मूलत: कुक्षी (धार) का रहने वाला है। वह 12वीं तक पढ़ा है। उसने बीए के लिए फॉर्म भरा ��ेकिन परीक्षा नहीं दी। उसके पिता कुक्षी तहसील कार्यालय में बाबू हैं। पुलिस को इस मामले की शिकायत देने वाले शुभम साहू ने बताया कि वह नाैकरी की तलाश में था, तभी दोस्त पवन के जरिए उसकी मुलाकात गिरोह के सरगना देवेंद्र डाबर से हुई। देवेंद्र ने खुद को इंटेलीजेंस एंड क्रिमिनल इंवेस्टीगेशन डिपार्टमेंट का चीफ इंवेस्टीगेशन ऑफिसर बताया। शुभम के मुताबिक आरोपी के घर और ऑफिस पर लगभग 25 लड़के काम करते थे, जिन्हें आईडी कार्ड भी मिला हुआ था। देवेंद्र ने ज्वाॅइनिंग के तीन महीने बाद से 12 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन देने की बात कही थी, लेकिन वो अब तक नहीं मिला। शुभम ने देवेंद्र से नाैकरी स्थाई करने का कहा, ताे उसने सभी से 50-50 हजार रुपए मांगे। इसके बाद उसने दाेस्त पवन के साथ 25-25 हजार रुपए ऑफिस में जमा करवा दिए थे, लेकिन शुभम ने जब पता लगाया ताे जानकारी मिली की इन लाेगाें ने 80 लड़कों से स्थाई करने के नाम पर लाखों रुपए ठग लिए हैं।