इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसके कारण कोरोना संक्रमण (Covid-19) के गंभीर मरीजों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remdecivir Injection) की भी शहर में काफी ज्यादा मांग हैं। रेमडेसिवीर की बढ़ती मांग के मद्देनजर इंदौर में इसकी कालाबाजारी भी जमकर हो रही है। इंदौर में गुरुवार को रेमडेसिवीर की कालाबाजारी की जानकारी क्राइम ब्रांच को लगी थी और पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 रेमडेसिवीर इंजेक्शन भी बरामद किए हैं।
इंदौर क्राइम ब्रांच (Indore Crime Branch) ने गुरुवार को मिली सूचना के आधार पर बाणगंगा पुलिस के साथ लव कुश चौराहे के पास के इलाके से एक सफेद रंग की आल्टो कार सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम ने पकड़े गए आरोपियों के 5 रेमडेसिवीर इंजेक्शन और 60 हजार रुपये से ज्यादा नगद, मोबाइल और कार जब्त की है। पुलिस के मुताबिक, जिन 4 लोगो को पकड़ा गया है उनमें से दो लोग हॉस्पिटल में मेल नर्स के रूप में कार्य करते है। चारो ने मिलकर गिरफ्तारी के पहले तक 30 से अधिक रेमडेसिवीर इंजेक्शन की ब्लेक मार्केटिंग कर 25 हजार से 40 हजार रूपए प्रति इंजेक्शन की दर से विक्रय कर लाखों रूपए कमाना भी स्वीकार किया है।
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जानकारी के अनुसार आरोपियों के नाम संदीप ओझा पिता रामजीवन ओझा, चिरंजीव पिता रूपसिंह भारद्वाज, हरिराम पिता गणेश राम केवट और और सोनू पिता कन्हैया बैरवा है। एएसपी क्राइम ब्रांच गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि अब तक आरोपियों ने कहां-कहां रेमडेसीवीर इंजेक्शन बेचे है और उनके गिरोह में और कितने सदस्य है।