इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना महामारी के कारण पिछले 2 साल से इंदौर में रंग -पंचमी का उत्सव आयोजित नहीं किया गया है। लेकिन इस साल इसके आयोजन की संभावनाएं बहुत हद तक है। देखा जा रहा है कि, पूरे देश में कोरोना के मामले घट रहे हैं। जिसे देखते हुए इंदौर के जिला प्रशासन ने इस साल उत्सव का आयोजन करने की सोच रहा है। आशा है कि इस साल इंदौर में रंगों की बौछार एक बार फिर से देखने को मिल पाएगी। सूत्रों के मुताबिक 22 मार्च को गैर उत्सव का आयोजन हो सकता है। बता दें कि यह त्यौहार शहर के सांस्कृतिक और साल के सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है।
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टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि, अब तक कोई भी सूचना सरकार द्वारा त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने के बारे में नहीं जारी की गई है और क्योंकि अब कोरोना रफ्तार पूरे देश में काफी कम हो रही है और ज्यादातर लोग पूरी तरीके से वैक्सीनेटेड हो रहे हैं, तो आशा है कि इस साल “गेर” उत्सव को शहर में फिर से आयोजित किया जाए।
बता दें कि इंदौर शहर में रंग -पंचमी उत्सव “गेर” भारत की आजादी से पहले से मनाया जा रहा है। यह त्यौहार होलकर शासन बड़ी धूम -धाम से इंदौर में मनाया जाता था। इस दौरान लाखों लोग राजवाड़े में शामिल होते थे और रंगों से होली खेलते थे। “गेर” मध्यप्रदेश की संस्कृति का एक हिस्सा है, जो सालों से इंदौर में मनाया जा रहा है। इस उत्सव में लोग अलग-अलग गानों पर नाचते भी हैं और खुशी के साथ गुलाल और रंगों का मजा लेते हैं। आखिरी बार 2019 में रंग पंचमी का उत्सव इंदौर में मनाया गया था। हालांकि 2020 में उत्सव के आयोजन की पूरी तैयारियां हो चुकी थी, लेकिन कोरोना के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।