Indore News : इंदौर निवासी एक महिला के साथ उसकी ससुराल में एक ऐसा घटनाक्रम सामने आया जिसमें ना सिर्फ मानवीयता की हदें पार दी बल्कि पति पत्नी के पवित्र रिश्ते को भी कलंकित कर दिया है। मामला वाइफ स्वेपिंग से जुड़ा है यानि महिला का पति अपनी पत्नी को अपनी दुकान के मालिक के साथ , दोस्तों के साथ सोने के लिए दबाव बनाता था जिससे उसका प्रमोशन हो जाये, इतना ही नहीं महिला का देवर भी उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाता था और ये सब होता था परिवारवालों के सामने। किसी तरह महिला ने इंदौर आकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, मामला कोर्ट में पहुंचा जिसके बाद कोर्ट के निर्देश पर महिला के पति, सास और देवर के खिलाफ घरेलू हिंसा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
2003 में हुई थी पुणे निवासी सेल्समेन से शादी
पीड़ित महिला के एडवोकेट कृष्ण कुमार कुन्हारे डॉ. रुपाली राठौर ने बताया कि इंदौर नंदा नगर निवासी महिला की शादी पुणे निवासी अमित छाबड़ा के साथ 2003 में हुई थी, अमित छाबड़ा एक कपडा व्यापारी के यहाँ सेल्समेन है, इसकी एक 12 साल की बेटी भी है, शादी के बाद कुछ साल तक सबकुछ ठीक रहा लेकिन पिछले दो तीन साल से पति और उसके ससुराल के लोग उसे परेशान करने लगे।
प्रमोशन पाने के लिए पति ने रखी गंदी शर्त, बनाया दबाव
पति अमित छाबड़ा अपनी पत्नी पर दबाव बनाने लगा कि मुझे मेरा मालिक सेल्समेन पद से प्रमोशन देना चाहता है इसके लिए तुम्हें उसके साथ सोना होगा, शारीरिक संबंध बनाने होंगे, तुम्हें मेरे दोस्तों के साथ भी शारीरिक संबंध बनाने होंगे, तुम्हें इन लोगों के साथ पाश्चात्य संस्कृति के हिसाब से संबंध बनाने होंगे, जब पत्नी ने इसके लिए मना किया तो उसकी सास और देवर और पति ने मारपीट शरू कर दी, गाली गलौज करते थे।
देवर रात में करता था छेड़छाड़
पीड़िता के मुताबिक उसका देवर भी रात में उसकी बच्ची के सामने आधी रात को छेड़छाड़ करता था, जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश करता था, ये सब सास की जानकारी में होता था, परेशान पीड़िता ने इस सब से तंग आकर एक बार अपने हाथ की नस तक काट ली थी, जैसे तैसे उसका इलाज कर जान बची।
जैसे तैसे भागकर मायके आई पीड़िता
जब प्रताड़ना और घरेलू हिंसा ज्यादा बढ़ गई तो किसी तरह महिला 12 अगस्त 2022 को अपने मायके इंदौर आ गई। वो गुमसुम रहने लगी जब माँ और अन्य परिजनों ने पूछताछ की तो उसने पूरी बात बताई जिसके बाद उसने ससुरालजनों के खिलाफ परदेसीपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई। जब पति को बुलाया गया तो उसने लिखित में माफी मांगी, लेकिन कुछ दिन बाद पति और अन्य लोगों ने पीड़िता को परेशान करना शुरू कर दिया।
कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज
परेशान होकर पीड़िता इंदौर जिला न्यायालय पहुंची और अपने वकीलों के माध्यम से घरेलू हिंसा कानून की धाराओं के तहत मामला पेश किया, कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग से इसकी जाँच कराई, महिला बाल विकास ने अपनी रिपोर्ट में पति और देवर द्वारा महिला के साथ लैंगिक हिंसा किये जाने की बात कही और दोस्तो , मालिक के साथ सोने के लिए दबाव बनाने की बात कही और पीड़िता के आरोपों को सही बताते हुए जांच रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत की जिसके आधार पर कोर्ट ने पति अमित छाबड़ा, सास हेमलता छाबड़ा और देवर राज छाबड़ा के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए जिसके बाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ घरेलू हिंसा कानून की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया ।