मास्क पहनकर धर्मस्थलों में प्रवेश की अनुमति, सराफा चौपाटी खुलेगी

इंदौर, आकाश धोलपुरे। बीते 6 माह से बंद पड़े मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर और गुरुद्वारे अब इंदौर में खुल गए है। दरअसल, कोरोना संकट के बीच धर्मस्थलों पर प्रवेश की मनाही है, लेकिन आज इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के आदेश क्रमांक 3505 ने शहर के श्रद्धालुओं और चाट के चटखारे लेने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। ताजा आदेश में साफ किया गया है कि कुछ निश्चित नियमों के साथ धर्म स्थलों को खोला जायेगा। ताजा आदेश के मुताबिक वर्तमान में धर्मस्थलों को खोला जाना आवश्यक है ताकि धर्मस्थलों पर फूल प्रसाद का विक्रय करने वाले लोगों की रोजी रोटी प्रारंभ हो सके। वही कलेक्टर मनीष सिंह ने कुछ निर्देशो के साथ विश्व प्रसिद्ध सराफा चाट चौपाटी को भी खोलने की अनुमति दी है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।