Indore News : मध्य प्रदेश का इंदौर जिला आए दिन मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। इसी बीच क्राइम ब्रांच की टीम को सफलता हाथ लगी है। जब सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से एक लैपटॉप, फर्जी प्रमाण पत्र और इन्हें बनाने वाले सिल सिक्के भी मिले हैं। जिसपर विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। साथ ही आगे की कार्रवाई जारी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान अनिल पिता राम सिंह रिसेनिया के रुप में की गई है, जो लंबे समय से अन्य साथियों के साथ मिलकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठता रहा।
बेरोजगार युवाओं से ठगी
बता दें कि आरोपी ने महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी को अंजाम दिया। अब तक की जांच में आरोपी के पांच बैंक खातों का पता चला है, जिनमें से दो खातों में 1 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ है। आरोपी ने बेरोजगार युवाओं को ग्रामीण एवं महिला बाल विकास विभाग में प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे विभिन्न पदों के नाम पर फंसाया। अब तक वह 128 बेरोजगार युवाओं से ठगी कर चुका है।
अन्य साथी फरार
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी ने अब तक 60 फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी किए हैं। आरोपी और उसके साथी भिंड, मुरैना, ग्वालियर जैसे क्षेत्रों के विद्यार्थियों को निशाना बनाते थे, जो कि गिरोह पिछले दो वर्षों से सक्रिय था। फिलहाल, आरोपी के अन्य साथी अभी फरार हैं। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
इंदौर, शकील अंसारी