देश मे चीन की हालिया चाल के बाद विरोध बढ़ता ही जा रहा है इंदौर में तो एक ढाबा संचालक ने चीन का विरोध अपने ही अंदाज में कर डाला। इसके लिए बाकायदा ढाबा संचालक ने एक बैनर अपनी दुकान के बाहर लगाया है जिसे पढ़कर उसमें छिपी भावना का लेकर सभी ओर से तारीफे मिल रही है। इस बैनर में लिखा है कि विदेशी नस्ल के कुत्ते और चीनी इंसानों इंसानों का प्रवेश बंद है अपने इस अनूठे स्लोगन के कारण ढाबा संचालक का बेनर इंदौर में सुर्खियां बंटोर रहा है।
देश में चीन का विरोध अलग-अलग तरह से किया जा रहा है उसी कड़ी में इंदौर के एक ढाबे संचालक ने अनूठे तरीके से चीन का विरोध करते हुए ढाबे के बाहर एक बैनर लगा दिया है जिस पर चीन से संबंधित वस्तुओं के विरोध की बात लिखी हुई है जिस पर लिखा है कि विदेशी नस्ल के कुत्ते और चीनी इंसानों इंसानों का प्रवेश बंद है अपने इस अनूठे स्लोगन के कारण ढाबा संचालक का बेनर इंदौर में सुर्खियों में बना हुआ है। इंदौर के मालवामिल चौराहे पर राजाराम ढाबे के संचालक ने अपने ढाबे के बाहर एक अनूठे तरीके का विरोध स्वरूप बैनर लगाया है। जब ढाबा संचालक इस मामले में जानकारी ली गई तो उन्होंने चीन जिस तरह से पूरे विश्व में महामारी लेकर आया है और समूचे विश्व को कोरोना के जाल में फंसा दिया उससे वो बेहद खफा है वही जिस तरह से वह लगातार भारतीय सेना पर हमले कर रहा है उसके चलते विरोध किया जाना स्वभाविक है। वहीं राजाराम कहना है कि जिस तरह से मंचूरियन नूडल्स की बिक्री 40% होती थी अब उसे भी उन्होंने पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दिया है और अब वो आगे भी इसे नही बेंचेगे। राजाराम ढाबे की एक खासियत ये भी है कि जो भी भारतीय सेना से जुड़ा रहता है उसे वो बाकायदा निःशुल्क सेवा उपलब्ध करवाते है।
इंदौर के ढाबा संचालक की ये मुहिम आने वाले समय मे कितनी कारगर होगी ये देखना दिलचस्प होगा और सवाल ये भी उठ रहे है कि क्या अन्य व्यापरिक सेक्टर भी कोरोना काल मे इसी तर्ज पर विरोध करेंगे।