मध्य प्रदेश में घूसखोरों के विरुद्ध लगातार एक्शन हो रहा है बावजूद इसके वे रिश्वत लेने में खौफ नहीं खा रहे, अब ताजा मामला इंदौर से सामने आया है जहाँ लोकायुक्त पुलिस ने बिजली कंपनी के एक जूनियर इंजीनियर को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
इंदौर लोकायुक्त पुलिस की इंस्पेक्टर रेनू अग्रवाल के मुताबिक पंचमूर्ति नगर राजमोहल्ला इंदौर निवासी सूर्यकांत सोनोने ने एक शिकायती आवेदन एसपी राजेश सहाय के नाम से कार्यालय में कल 6 अगस्त को दिया था जिसमें उन्होएँ बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर शैलेन्द्र पाटकर पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाये थे।
सूर्यकांत ने आवेदन में बताया कि उसने म.प्र. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड जोनल कार्यालय सुभाष चौक इंदौर पर पदस्थ जूनियर इंजीनियर शैलेन्द्र पाटकर को एक आवेदन दिया था जिसमें उसने कहा था उसे अपने गोदाम के लिए स्टीम मशीन का व्यवसाय संचालित करने के लिए 10 किलोवाट विद्युत कनेक्शन चाहिए।
बिजली मीटर कनेक्शन देने के बदले मांगी 10 हजार की रिश्वत
जूनियर इंजीनियर पाटकर ने आवेदक सूर्यकांत से कहा कि उसे 10 किलोवाट कनेक्शन की शासकीय शुल्क 40 हजार रुपये के अलावा 10 हजार रुपये रिश्वत भी देनी होगी तभी कनेक्शन लगेगा, रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिलने के बाद इसका सत्यापन किया गया जिसमें शिकायत सही पाई गई जिसके बाद ट्रैप दल गठित किया गया।
कार्यालय में जूनियर इंजीनियर ने ली रिश्वत, पकड़ा गया
आज 7 अगस्त को तय समय पर आवेदक सूर्यकांत सोनोने बिजली कंपनी कार्यालय पहुंचे और रिश्वत की राशि 10 हजार रुपये जूनियर इंजीनियर शैलेन्द्र पाटकर को दे दी, रिश्वत की राशि दे दिए जाने के बाद इशारा मिलते ही पहले से तैयर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापा मारा और शैलेन्द्र पाटकर को पकड़ लिया, टीम ने उसके पास से रिश्वत की राशि 10 हजार रुपये भी बरामद कर ली, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रश्ताकाह्र निवारण अधिनियर की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट





