इंदौर।
दिल्ली के बाद अब देश के सबसे स्वच्छ शहर में भी मेडीकल इमरजेंसी जैसे हालत बन रहे हैं पूरा इंदौर शहर में आजकल एक अजीब तरह की दुर्गंध फैल रही है जिससे लोगों का सांस लेना तक दूभर हो गया है शहरवासी इस रहस्यमयी बदबू से परेशान है और ये मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंच गया है इस गंभीर मुद्दे को लेकर एक जनहित याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि बदबू से आम लोगों को गंभीर बीमारी हो सकती हैं नगर निगम और प्रदूषण विभाग इस दुर्गन्ध का पता नहीं लगा पा रहा है…
देश के सबसे साफ शहर इंदौर में रहने वाले लोग शहर में फैली दुर्गंध से परेशान है ये दुर्गंध पिछले 15 दिनों से आ रही है और अब तक जिम्मेदार इसका पता नहीं लगा सके है नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने केरल से आए प्रदूषण विभाग की टीम के साथ कई क्षेत्रों में जाकर पड़ताल की थी लेकिन इन अफसरों को कहीं दुर्गंध नहीं आई थी जबकि जनता इस दुर्गंध से परेशान है। होलकर साइंस कॉलेज की 21 सदस्यीय टीम शहर के कई क्षेत्रों से सैंपल लेकर गड़बड़ी का पता लगाने का प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक किसी को सफलता नहीं मिली है शाम ढलते ही एक अजीब सी गंध से शहरवासी परेशान हो जाते हैं
इस रहस्यमयी बदबू से लोगों को गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ गया है साथ ही बच्चों को भी सांस लेने में तकलीफ के मामले भी सामने आ रहे हैं स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि इस मामले में गंभीरता से विचार किया जा रहा है आखिरकार पूरे शहर में बदबू कहां से आ रही है इस साल बारिश ज्यादा हुई है जितने भी नारे भरे हुए हैं उनकी सफाई के निर्देश दिए है साथ ही खाली प्लाटों में भरे पानी को भी निकालने को कहा है मेडीकल टीम को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
शहर में फैली इस दुर्गन्ध का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है शहर के लोगो ने एक जनिहत याचिका दायर की है जिसमें इस गटर जैसी बदबू से निजात दिलाने की बात कही गई है जिसकी सुनवाई शुक्रवार को होगी. नगर निगम के कमिश्नर आशीष सिंह और मेयर मालिनी गौड़ शहर में किसी तरह की बदबू से इनकार कर रही हैं हालांकि उनका कहना है कि जहां से भी शिकायतें मिल रहीं है वो उस इलाके की जांच करवा रहे हैं.