इंदौर/ महू। जिले की महू तहसील में पत्नी को लेने ससुराल गए युवक को ससुर ने विवाद के बाद पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। तीन दिनों तक अस्पताल में ईलारत पीडि़त युवक ने शनिवार को दम तोड़ दिया। चिकित्सकों का कहना है कि वह 45 प्रतिशत जल गया था। मृतक के परिजनों ने युवक के ससुर के साथ उसकी पत्नी और जीजा पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर ससुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
जानकारी अनुसार मामला चंद्रावती थाना क्षेत्र का है। द्वारकापुरी इंदौर निवासी गोविंद धुमानिया (32) चादर बेचने का काम करता था। उसका विवाह 2015 में चंद्रावतीगंज निवासी बुलबुल के साथ हुआ था। दोनों का एक ढाई साल का बेटा भी है। कुछ दिनों पहले बुलबुल घर में बिना कुछ बताए अचानक गायब हो गई थी। परेशान पति ने सभी जगह तलाशा, नहीं मिलने पर 9 जनवरी को ससुराल बलगारा गांव गया। यहां ससुराल वालों से उसके बारे में पूछताछ की। इस दौरान उसका ससुर मुन्नालाल से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि ससुर ने गोविंद पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसमें गोविंद गंभीर रूप से जल गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। उपचार के दौरान 11 जनवरी को मौत हो गई।
गोविंद के भाई श्रवण धुमानिया ने आरोप लगाया कि भाई गोविंद और भाभी बुलबुल के बीच किसी बात को लेकर अक्सर विवाद होता रहता था। इसी के चलते वह बीस दिन पूर्व बिना बताए ढाई साल के बेटे को घर पर छोडक़र चली गई थी। भाभी बुलबुल मायके में ही थी। श्रवण ने कहा कि भाभी बुलबुल के जीजा पप्पू ने ही कुछ दिन पूर्व समझौता करने के लिए उसे घर बुलाया था। घटना के समय ससुर मुन्नालाल के साथ पप्पू व गोविंद की पत्नी बुलबुल भी थी। वहां बातचीत के दौरान तीनों ने एकजुट होकर घटना को अंजाम दिया। ऐसा गोविंद ने मरने के पूर्व हमें बताया था। हमने तत्काल इसकी सूचना दी मगर पुलिस ने कार्रवाई करने में देरी की। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।