Indore News : DAVV में B.Ed के छात्रों ने दिया धरना, रखी ये मांग

सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लें और जल्द समाधान निकाले, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके अगर उनकी मांगों पर उचित ध्यान नहीं दिया गया, तो छात्र आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दे रहे हैं।

Amit Sengar
Published on -

Indore News : इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बीएड छात्रों ने लोकमाता अहिल्या देवी की प्रतिमा के नीचे बैठकर अपनी मांग को लेकर धरना दिया। छात्रों की मांग है कि छात्र-छात्राओं को तीन साल की बजाय चार साल में बी एड की डिग्री पूरी करने का मौका दिया जाए, जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन सरकार के नियमों का हवाला देकर तीन साल में डिग्री पूरी करने की बात कह रहा है।

इंदौर की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आज बीएड छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर धरना दिया जिसमें उन्होंने चौथा अटेम्प्ट देने की मांग की। छात्रों का कहना है कि यदि उन्हें चौथा अटेम्प्ट नहीं मिलता तो उनकी डिग्री शून्य हो जाएगी। इस धरने का नेतृत्व बीएड छात्रों और छात्र नेताओं ने किया।

छात्रों ने आंदोलन की दी चेतावनी

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन को प्रदेश सरकार से तत्काल इस मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए ताकि छात्रों को राहत मिल सके। बीएड छात्रों के मुताबिक, इंदौर में करीब 1 हजार और प्रदेशभर में लगभग 5 हजार छात्र ऐसे हैं, जिनकी डिग्री इस समस्या के कारण प्रभावित हो रही है। छात्रों की यह मांग है कि सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लें और जल्द समाधान निकाले, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके अगर उनकी मांगों पर उचित ध्यान नहीं दिया गया, तो छात्र आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दे रहे हैं।

छात्रों ने सरकार से बात करने की कही बात

विश्वविद्यालय के कुलगुरु राकेश सिंघई का कहना है कि सरकार की और से आदेश जारी किया गया है जिसमें छात्र छात्राओं को तीन साल में कोर्स पूरा करने का आदेश दिया गया है लिहाजा विश्वविद्यालय प्रशासन सरकार के आदेशों का पालन कर रहा है, छात्रों ने सरकार से बात करने की बात कही है जिस पर विश्वविद्यालय ने पिछले वर्ष ही सरकार को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवा दिया है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News