इंदौर,स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। कालीचरण महाराज के गालीकांड पर विवाद थमने का नाम नही ले रहा है, और अब विवाद की आग छत्तीसगढ़ से निकलकर मध्यप्रदेश तक आ पहुंची है। दरअसल, इंदौर में रविवार को हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने संत कालीचरण की गिरफ्तारी को लेकर विरोध जताया था लेकिन बिना अनुमति किये विरोध प्रदर्शन के चलते पुलिस ने करीब 50 कार्यकर्ताओ पर एफआईआर दर्ज की है।
बता दें कि रविवार को सुबह अखिल भारतीय हिंदू महासभा और बजरंग सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुलूस के रूप में इंदौर रीगल चौराहे स्थित कमिश्नर कार्यालय पर पहुंचे थे जहां उन्होंने जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और कमिश्नर को संत कालीचरण महाराज की रिहाई को लेकर ज्ञापन भी सौंपा जिसके खिलाफ पुलिस में अवैधानिक रूप से जुलूस निकालने और प्रदर्शन करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
संत कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी के बाद से प्रदेश भर में राजनीति गरमाई हुई है लगातार बजरंग सेना और अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे है। जिसे लेकर 2 जनवरी रविवार को इंदौर के पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर गृहमंत्री के नाम बजरंग सेना और अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पदाधिकारियों द्वारा ज्ञापन भी सौंपा गया था लेकिन ग्वालटोली थाना पुलिस द्वारा 50 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ जिला कलेक्टर द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश की अवहेलन के मामले में केस दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई है। थाना प्रभारी सविता चौधरी के मुताबिक बिना अनुमति के बजरंग सेना और अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इंदौर कमिश्नर कार्यालय पहुंचे थे जिसके चलते अज्ञात लोगों के खिलाफ उचित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल, पुलिस वीडियो रिकार्डिंग के आधार पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह रही है।
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Amit Sengar
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”