Indore News : इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और ताइवान की आई शोउ यूनिवर्सिटी द्वारा पर्यावरण संरक्षण, संधारणीय विकास विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई इसी दौरान दोनों यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू भी हुआ जिसके तहत पर्यावरण विकास के साथ ही सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन के क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधान, शोध और ज्ञान का आदान-प्रदान की दिशा में काम करेंगे।
प्रगति के नए द्वार खुलेंगे
पिछले दिनों इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने सेमीकंडक्टर के दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक ताइवान के 06 विश्वविद्यालयों का दौरा किया था। उस समय 05 विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू हुए थे। वहीं ताइवान की आई शोउ यूनिवर्सिटी ने डीएवीवी के साथ अलग शुरुआत की। दोनों यूनिवर्सिटी ने मिलकर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ऑनलाइन जुड़े। जबकि डीएवीवी ऑडिटोरियम में हुई इस संगोष्ठी में सांसद शंकर लालवानी, आई शोउ विश्वविद्यालय ताइवान के अध्यक्ष डॉ. गुयुआन कुआंग, टीईसीसी नई दिल्ली के शिक्षा निदेशक पीटर चेन, डीएवीवी की कुलगुरु प्रो रेणु जैन अतिथि के तौर पर शामिल हुए। संगोष्ठी में पर्यावरण संरक्षण, संधारणीय विकास विषय पर अनुसंधान, शोध और ज्ञान के आदान-प्रदान को लेकर बात हुई।
डीएवीवी और ताइवान की आई शोउ यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू भी हुआ जिसमें शिक्षा, रिसर्च, शोध, इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, सांस्कृतिक ऐतिहासिक आयाम, नृत्य, कला, अनुष्ठान विरासत का आदान-प्रदान होगा। सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन निर्माण को लेकर भी काम होगा। संगोष्ठी में आई शोउ विश्वविद्यालय ताईवान के अध्यक्ष डॉ. गुयुआन कुआंग की नोट स्पीकर रहे। उनके अलावा वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ शालिनी ध्यानी, हाइड्रोजियोलॉजिस्ट डॉ सुनील चतुर्वेदी, इंटरनेशनल कार्बन मार्केट लीडर मनीष डबकरा ने विभिन्न विषयों पर टेक्निकल सेशन लिए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्टूडेंट, फैकल्टी मौजूद रहे।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट