इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। कलयुग में जहां लोग अपने माता पिता के प्रति भी जिम्मेदारियां नहीं निभा पा रहे हैं । ऐसे में इंदौर जिले के देपालपुर तहसील के एक छोटे से गांव करजोदा के निवासी रामेश्वर जी बडवाया चौहान ने एक मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने यहां पिछले 14 साल से पल रही एक गौ माता के अंतिम संस्कार को इस तरह से विधि-विधान पूर्वक संपन्न किया कि लोग देखते रह गए। गौ रक्षा और गौ सेवा की बात करने वालों के लिए रामेश्वर जी बनवाया ने एक मिसाल पेश की है।
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उन्होंने इस गाय को पिछले 15 साल से पाला। उसके बच्चों का लालन-पालन किया, लेकिन अंत में जब वह गाय प्राण त्याग कर देवलोक गमन कर गई तो उन्होंने बकायदा पूरे गांव में गौ माता की शोभायात्रा निकलवाई और बाद में उस गाय को दफनाया।
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रामेश्वर जी इतने तक भी नहीं रुके उन्होंने गाय की मृत्यु के 13 दिन पश्चात उसकी आत्मा की शांति के लिए पूरे गांव भर के लोगों को निमंत्रित कर भण्डारे का आयोजन भी किया। आसपास के क्षेत्र के लोग अब जहां रामेश्वर जी की गो भक्ति की बातें कर रहे हैं, वहीं उनके द्वारा पशु प्रेम की मिसाल की प्रशंसा पूरे क्षेत्र में की जा रही है। गौ माता की अंत्येष्टि में किए गए भंडारे के दौरान सभी लोग रामेश्वर जी से मिलने पहुंचे उन्हें अभिवादन किया और गाय माता के लगी तस्वीर के सामने नमन भी किया।
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हालांकि 68 वर्षीय रामेश्वर जी ज्यादा लोगों के बातों का जवाब नहीं दे पाए क्योंकि वह ठीक से सुन नहीं पाते हैं, लेकिन उनके चेहरे पर इस सद कर्म के बाद संतुष्टि ही देखते ही बनती थी। रामेश्वर जी का पूरा परिवार इस दौरान उनके साथ रहा और गौ भक्ति किस मिसाल का साक्षी बना।