Indore News : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में क्राइम ब्रांच को डिजिटल अरेस्ट करके ठगी की शिकायत मिली थी जिसमे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले ही 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन हाल ही में 3 ओर आरोपियों को पकड़ा है। जिनसे पूछताछ के बाद कई खुलासे किए है
बता दें कि दो दिसम्बर 2024 को एक फरियादी महिला के साथ डिजिटल अरेस्ट के मामले में डीसीपी क्राइम राजेश त्रिपाठी ने पत्रकारवार्ता में पकड़े गए आरोपियों का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार किए तीनो आरोपी गैंग के लिए दूसरों की सिमकार्ड का इस्तेमाल करते हुए महिला से बात करते थे अधिकारी ने ये भी बताया कि इस तरह के अपराध में तीन तरीको से काम किया जाता है और तीनों तरीकों को खुलासे में मीडिया को बताया है। पकड़े गए आरोपियों में एक गौरव तिवारी, योगेश ओर सुजल है घटनाक्रम में पकड़े गए तीनों आरोपी सिम कार्ड से संबंधित कार्य करते थे। एक आरोपी को लेकर डीसीपी ने कहा कि उसके पास कोई सिम लेने आता था उसका अंगूठा लगाकर वह उसको सिम दे दिया करता था और फिर उसके दूसरे दस्तावेज लेकर फर्जी सिम निकाल लिया करता था फर्जी तरीके से निकल गई सीमा की संख्या 450 बताई गई है।
आरोपियों के पास से मिली 450 फर्जी सिम
इंदौर क्राइम ब्रांच पिछले दिनों महिला फरियादी से एक करोड़ 60 लाख की ऑनलाइन ठगी मामले में पूर्व में 13 आरोपियों पहले को गिरफ्तार किया था घटना में शामिल फिर तीन आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है पकड़े गए आरोपियों के द्वारा बताया कि आरोपी रहने वाला तो फिरोजपुर पंजाब का है लेकिन वर्तमान में वियतनाम के लाउस में अपने गिरोह के साथ रह रहा है।
जांच पड़ताल में जुटी पुलिस
आरोपियों ने यह भी बताया कि पीड़िता को किस तरीके से बात करनी है और अपने जाल में फंसाना है इसकी ट्रेनिग भी दी जाती है सामने आए विदेश के कनेक्शन को लेकर पुलिस पूरी तरह जांच पड़ताल कर रही है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट