इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। महू के बेरछा में हुई बम फोड़ने की घटना में एक और शख्स की मौत हो गई है वही चार लोग अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे है, हलनकी घटना के बाद जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे सेना के जवानों ने घटनास्थल पर पड़े बमों को जब्त कर लिया था अब उन जब्त जिंदा बमों को सेना ने नष्ट करने का काम शुरू कर दिया। गौरतलब है कि महू के बेरछा में रविवार को दो परिवारों में हुआ विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष ने बम फेंक दिए।
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रविवार को घटना के समय ही मौके पर धमाके की वजह से एक सदस्य की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि इस घटना में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। विवाद के दौरान जिस शख्स ने बम फेंका था, इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। घायलों में से 4 की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई।
यह थी घटना
बेरछा गांव में रविवार रात को सुनील कौशल और दिनेश कौशल में शराब पीने के बाद गालीगलौच को लेकर विवाद हो गया था। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के लोग आपस में झगड़ पड़े इसी बीच विशाल बम लेकर आया और भीड़ में ही बम फोड़ दिया। धमाके में सुनील कौशल के 14 साल के बेटे वैभव की मौत हो गई। बम के छर्रे लगने से 15 से ज्यादा लाेग घायल हाे गए। बताया जा रहा है कि सुनील कौशल अक्सर शराब पीकर परिवार के लोगों को गालियां देता था। रविवार शाम को भी नशे में वह गाली देने लगा, जिसे लेकर दिनेश कौशल से विवाद हो गया। यह जानकारी सुनील के भांजे विशाल को लगी तो वह अपने घर में रखे चार बम थैले में भरकर विवाद स्थल पर जाने लगा। तीन बम रास्ते में ही गिर गए। बचा हुआ एक बम विशाल ने भीड़ के बीच में फेंक दिया। बम धमाके में कई लोगों को चोट आई, जिसमें से गौतम, नवीन, जितेंद्र और सुनीता गंभीर घायल है। चारों का इंदौर के सरकारी अस्पताल में चल रहा है।
गांव के पास ही है सेना की फायरिंग रेंज
बेरछा गांव सेना की फायरिंग रेंज के पास में है। सूत्रों के अनुसार फायरिंग रेंज में जो बम चल नहीं पाते ग्रामीण उन्हें उठा ले आते हैं। दरअसल उसमें से पीतल निकलता है, ग्रामीण पोस्ट पीतल को निकाल कर उसे बेचकर उसका व्यापार करते हैं। घटना के बाद से ही पुलिस गांव में सर्चिंग कर रही है।