Indore पुलिस ने अवैध देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस के साथ आरोपी को किया गिरफ्तार, पूछताछ जारी

लसूड़िया थाना पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी किस नियत से अवैध फायर आर्म्स लेकर घूम रहा था इस बात की जानकारी भी निकाली जा रही है।

Shashank Baranwal
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Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में आरोपियों की धरपकड़ जारी है। आए दिन चेकिंग के दौरान अपराधियों को पकड़ा जा रहा है। इसी बीच जिले की लसूड़िया थाना पुलिस को चेकिंग के दौरान एक बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल, पुलिस ने चेकिंग के दौरान घेरा बंदी करते हुए देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले की जानकारी इलाके के एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने देते हुए पूरी घटना विस्तार से बताई।

पुलिस की पूछताछ जारी

खजराना निवासी साहिल खान को लसूड़िया थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोककर तलाशी ली। इस दौरान आरोपी साहिल के पास से एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस मिली। मामले में अधिक जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी साहिल के पास से बरामद अवैध पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस का जब्त कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी किस नियत से अवैध फायर आर्म्स लेकर घूम रहा था इस बात की जानकारी भी निकाली जा रही है। वहीं पुराने अपराधों को लेकर एडिशनल डीसीपी ने कहा कि साहिल के अपराधों को लेकर पुलिस आगे की जांच कर रही है।

Indore

आमतौर पर थाना स्तर पर लगाई जाने वाली रूटीन चेकिंग में कभी-कभी आदतन अपराधी भी पुलिस के हाथ आते हैं। थाना लसूडिया के हाथ आया आरोपी साहिल भी इसी रूटीन चेकिंग का एक हिस्सा है- अमरिंदर सिंह, एडिशनल डीसीपी जॉन 2।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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