इंदौर, आकाश धोलपुरे। कोरोना (Corona) के एपिसेंटर बन चुके इंदौर (Indore) में कोरोना संक्रमण ने ऐसा तांडव मचा रखा है कि अब लोग एक अजीबो गरीब भय में जीने को मजबूर है। भले ही इस भय को मजबूरी कहा जाए लेकिन यह जरूरी भी है क्योंकि हर रोज होने वाली मौते और रिकॉर्ड संक्रमितों के आंकड़े वाकई किसी त्रासदी के समान है। जहां एक ओर लोग कोरोना से खौंफजदा है वही दूसरी ओर 24 घण्टे जनता की सेवा में लगी रहने वाली खाकी को भी कोरोना का डर सता रहा है और इसी का परिणाम है कि इंदौर पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। क्योंकि, कोरोना की पहली लहर के दौरान इंदौर पुलिस ने अपने जाबांज अधिकारियो और जवानों को खोया था, लिहाजा अब कोरोना की दूसरी लहर के परवान चढ़ते ही पुलिस बेहद सावधान है।
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सतर्कता और सावधानी के मामले में इंदौर के छत्रीपुरा थाना (Chhatripura Police Station) एक उदाहरण पेश कर रहा है यहां बकायदा फील्ड से आने वाले हर पुलिस जवान और अधिकारी की मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके लिए बाकायदा उनके शरीर के टेम्परेचर (temperature) को चेक करने की व्यवस्था की गई है साथ ही पुलिसकर्मियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे इसके लिए काली मिर्च, अदरक और अन्य औषधिय गुणों से भरपूर तत्वों का उपयोग कर बनाया जाने वाला काढ़ा दिन में दो बार दिया जा रहा है, इसके अलावा उनको सेनेटाइज (Sanitize) भी किया जा रहा है वही थाना परिसर को भी सेनेटाइज किया जा रहा है। छत्रीपुरा थाना प्रभारी पवन सिंगल के मुताबिक कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रोजाना रोल कॉल के बाद पुलिसकर्मियों को सैनिटाइज किया जा रहा है। ड्यूटी पर आते समय उनका टेंपरेचर भी रोजाना चेक किया जा रहा है ताकि कोई अस्वस्थ हो तो उसे तुरंत उपचार दिया जा सके। लोगो को भी जरूरी होने पर ही थाने में अंदर प्रवेश दिया जा रहा है ताकि पुलिसकर्मी स्वस्थ होकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दे सके। छत्रीपुरा थाना प्रभारी ने बताया कि हाल ही में दो पुलिस जवानों का टेम्परेचर अधिक आया तो उन्हें तुरंत डीआरपी लाइन भेजकर क्वारन्टीन किया गया है।
ये तो रही थाने की बात लेकिन पुलिस के आला अधिकारी भी कोरोना संक्रमण को लेकर अधिक सतर्क है और उसी का परिणाम है कि पश्चिम क्षेत्र के एस. पी.महेशचंद्र जैन ने प्रत्येक थाने और सीएसपी कार्यालय सहित जवानों और अधिकारियों को नेबुलाइजर (स्टीमर) दिया है ताकि वो दिन में दो दफा भांप लेकर कोरोना संक्रमण से दूर रह सके। एस.पी. महेशचंद्र जैन की माने तो पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आ रहे है इसलिए उनकी कोशिश है कि वो स्टीमर के जरिये भांप लेकर कोरोना के खतरे से बच सके लिहाजा, उन्होंने स्टीमर की व्यवस्था की है।
बहरहाल, इंदौर के कोरोना से हाल बेहाल है और अब 60 घण्टे के लॉकडाउन (Lockdown) का असर क्या होता है ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन अभी तो सभी वर्ग कोरोना से बचाव के हर तरीके अपनाकर खुद महफूज रखने में ही भलाई समझ रहे है। इंदौर के छत्रीपुरा थाना के द्वारा किया जा रहा यह सराहनीय कार्य को प्रदेश पुलिस थानों में किया जाना चाहिए जिससे कोरोना वॉरियर्स सुरक्षित रह सके।
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