इंसान ही नहीं सर्दियों में जानवरों को भी वायरल इन्फेक्शन का खतरा, बोले इंदौर के सीनियर डॉक्टर तिवारी, दी यह सलाह

Shashank Baranwal
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Indore News: बदले मौसम और पड़ने वाली सर्दियों से एक ओर जहां इंसान वायरल फीवर, सर्दी और खांसी से परेशान है तो वहीं घरों में पाले जाने वाले स्वान और बकरे, बकरियों को भी तेज पड़ रही सर्दी से कई तरह की बीमारियों से शिकार हो रहे हैं। इस मामले को लेकर पशु चिकित्सालय इंदौर के सीनियर डॉक्टर प्रशांत तिवारी ने बताया कि ओपीडी की संख्या कई गुना बढ़ गई है। साथ ही डॉक्टर तिवारी ने कहा कि उल्टी और दस्त के शिकार स्वान अस्पताल पहुंच रहे हैं।

डॉक्टर ने शुरूआती लक्षण दिखते ही इलाज की अपील की

आपको बता दें बदलते मौसम का असर मूक प्राणियों में भी होता है। वहीं वर्तमान स्थिति में श्वानों में इसका खास असर देखा जा रहा है। डॉक्टर तिवारी ने बताया कि उल्टी दस्त और खांसी से ग्रसित श्वान अस्पतालों में आ रहे हैं। आंकड़ों की बात करते हुए डॉक्टर ने बताया कि 40 से 50 केस उल्टी दस्त के आते हैं और कुछ केस सर्दी खांसी के आते हैं। बीमारी का कारण वायरल इनफेक्शन होता है, जो कि सर्दियों में फैला है। वहीं सर्दियों में वायरस अपना रंग तेजी से दिखाता है। घरों में पाले जाने वाले बकरे बकरियां इस सीजन में एक खास बीमारी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए आम जनता से अपील करते हुए कहा कि सर्दी, खांसी, जुकाम के शुरुआती लक्षण दिखते ही नजदीकी शासकीय अस्पतालों में जाकर जरूर इलाज कराएं।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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