Sun, Dec 28, 2025

इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष की एसपी किशनगंज बिहार से गुहार “ट्रक का भाड़ा रोकने वाले व्यापारी पर करें सख्त कार्रवाई”

Written by:Atul Saxena
Published:
इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष की एसपी किशनगंज बिहार से गुहार “ट्रक का भाड़ा रोकने वाले व्यापारी पर करें सख्त कार्रवाई”

Indore News : इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने एसपी किशनगंज बिहार से गुहार लगाईं है कि ट्रक का भाड़ा रोकने वाले व्यापारी पर सख्त कार्रवाई की जाये जिससे कोई भी व्यापारी ट्रक ड्रायवर और दूसरे व्यापारी को परेशान नहीं करे, पुलिस ने इस मामले में 4 व्यापारियों के खिलफ मुकदमा दर्ज किया है और उनसे पूछताछ कर रही है।

इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रक नंबर MP 09 HH 8861 में नांदगांव महाराष्ट्र से 30Mt (मीट्रिक टन) प्याज 25 अप्रैल भर कर 29 अप्रैल को किशनगंज बिहार पहुंचा और फिर 3 दिन में ट्रक खाली हुआ, माल उतर जाने के बाद ट्रक ड्रायवर ने जब प्याज का भाड़ा 1,65,600/- रुपए मांगा तो व्यापारियों ने नहीं दिया।

ट्रक ड्रायवर को प्याज पाने वाला एवं प्याज भेजने वाले दोनों व्यापारी भाड़े के लिए परेशान करते रहे और प्याज खाली होने के बाद 10 दिन तक फुटबाल समझ कर इधर उधर घुमाते रहे, व्यापारियों की हरकत से परेशान होकर उनके खिलाफ मजबूर हो कर नासिक पुलिस एवं किशनगंज पुलिस में शिकायत की गई।

पुलिस में शिकायत होते ही श्री गणेश रोडलाइंस के मालिक मुन्ना भाई ने 10 मई को 65,600/- रुपये  ऑनलाइन फोन पर जमा कराए और बाकी के एक लाख रूपए भाड़ा देने के लिए मना कर दिया, तब किशनगंज SP ने 4 आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए।

पुलिस की शिकायत पर प्याज भेजने वाले धंदाई ट्रेडिंग कम्पनी नांदगांव के व्यापारी राहुल कमोदकर, गोकुल खेरनार,  प्याज पाने वाला मोहम्मद अली ट्रेडर्स किशनगंज, प्याज भरवाने वाला ट्रांसपोर्ट श्री गणेश रोडलांइस सटाना मुन्ना भाई सभी के विरुद्ध ट्रक मालिक एवं ड्रायवर द्वारा दिए गए आवेदन पर रिपोर्ट दर्ज की गई।

इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने एसपी किशनगंज बिहार से निवेदन किया है कि भाड़े के लिए परेशान करने वाले ऐसे व्यापारियों पर सख्त कार्यवाही की जाये जिससे आगे से कभी कोई भी व्यापारी किसी ड्रायवर को भाड़े के लिए परेशान नहीं करेगा और ना ही ट्रक का भाड़ा रोकने की हिम्मत करेगा।