इंदौर|आकाश धोलपुरे| भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक तरफ जहां प्रदेश सरकार पर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर भाजपा समर्थकों को परेशान करने का आरोप लगाया वही दूसरी तरफ अधिकारियों के खिलाफ भी मोर्चा संभाला। उन्होंने आज अधिकारियों के खिलाफ मैदान संभालते हुए धरना भी दिया। लगभग आधे घण्टे से ज्यादा समय तक विजयवर्गीय धरने पर संभागायुक्त के घर के बाहर धरने पर बैठे रहे। इस दौरान कई नेताओं सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता वहां मौजूद रहे।
दरअसल, राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए माफिया के खिलाफ अभियान में भाजपा समर्थकों को निशाना बनाये जाने के खिलाफ अधिकारियों से बातचीत करने के लिए विजयवर्गीय रेसीडेंसी कोठी पहुंचे थे। पहले से समय लेने के बावजूद जब अधिकारी नहीं आए तो विजयवर्गीय ने मौके पर ही धरना शुरू कर दिया। विजयवर्गीय का कहना है कि डीआईजी, कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त सहित मुहिम से जुड़े सभी अधिकारियों से पहले समय लिया गया था बावजूद इसके कोई भी अधिकारी रेसीडेंसी कोठी पर नहीं पहुंचा। इसे भाजपा का अपमान बताते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कोई ऐसी पार्टी नहीं है जिसे अधिकारी अनदेखा कर दे, उन्होंने कहा कि भाजपा की अवहेलना करना अधिकारियों को महंगा पड़ेगा, समय आने पर अधिकारियों को जमीन दिखाई जाएगी। वही उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि अब सरकार से सीधा मुकाबला किया जाएगा।