चुनावी प्रचार-प्रसार के बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने आज इंदौर में मीडिया से बातचीत की। मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे के बारे में दिए गए बयान की निंदा की। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “मैं साध्वी प्रज्ञा के बयान की सख्त निंदा करता हूं।शुक्र है उन्होंने यह नहीं कहा कि वह देवता थे।अभी तक उन्होंने कहा कि वह देश भक्त हैं।यह बयान भाजपा की सोच का प्रतीक है।अब भारतीय जनता पार्टी इसका खंडन करेगी। उसका खंडन कर दो। भाजपा के बारे में यह सच्चाई हमारे हर देशवासी को पहचाननी चाहिए कि इनकी सोच में कितनी खोट है।
हमारे राष्ट्रपिता के बारे में ऐसी बात कहने वालों के खिलाफ तो मेरा मानना है ,कानूनी कार्रवाई होना चाहिए।”
जब मीडिया द्वारा मुख्यमंत्री से पश्चिम बंगाल के बारे में मुख्यमंत्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “यह चुनाव आयोग और सरकार का एक गठबंधन है ,यह गठबंधन का परिणाम है।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा स्वीकार करती है कि उसका अन्य दलों से गठबंधन है तो उन्हें अब यह भी स्वीकार करना चाहिए कि उनका चुनाव आयोग से भी गठबंधन है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कर्जमाफी को लेकर लगातार कमलनाथ सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों के बारे में मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे शिवराज से कोई कर्ज माफी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।मुझे तो अपने प्रदेश के किसानों से सर्टिफिकेट चाहिए।