इंदौर में यूं तो आए दिन रिश्वतखोरी के मामले सामने आते हैं, लेकिन कोरोना के दौरान इन मामलों पर भी लगाम सी लग गई थी। अब लंबे समय बाद फिर ऐसा ही मामला सामने आया है जब लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए एक को पकड़ा है।
दरअसल लोकायुक्त पुलिस द्वारा लगातार भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की जा रही है। ऐसे ही एक रिश्वतखोर पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 20,000 रूपये लेते एक कम्प्यूटर ऑपरेटर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इंदौरर से सटे महू में जमीनों के मामले को लेकर चर्चा में रहा महू तहसील के सिमरोल टप्पा पर सोमवार को लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाही की। यहां लोकायुक्त पुलिस ने एक कंप्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। लोकायुक्त पुलिस तहसील कार्यालय में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर तरुण कुमावत पिता नंदकिशोर कुमावत को 20 हजार की रिश्वत लेते कार्यालय से गिरफ्तार किया है।
लोकायुक्त पुलिस को फरियादी वीरेंद्र सितोलिया निवासी दतोदा ने शिकायत की थी कि तहसील कार्यालय में काम करने वाले तरुण कुमावत द्वारा उनकी पैतृक जमीन के नामांतरण और पावती बनाने के एवज में 20 हजार की रिश्वत मांगी गई है। जिसके बाद फरियादी की शिकायत पर सोमवार को लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपी तरुण को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। डीएसपी लोकायुक्त प्रवीण बघेल ने बताया कि पूरे मामले में अब आरोपी कम्प्यूटर ऑपरेटर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।