इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। होली रंगों का त्योहार है, जिस दिन सभी दुश्मन भी गले मिलते हैं और अपनी सारी पुरानी दुश्मनी को भूल कर एक नई शुरुआत करते हैं। यह त्योहार आपसी संबंधों में भी रंगों को खोल देता। रंग चढ़ते ही किसी की पहचान नही हो पाती। तो फिर इस त्यौहार कैदी वंचित कैसे रह सकते है। होली को लेकर उत्सुकता देखनी है तो इंदौर सेंट्रल जेल की महिला कैदियों में देख सकते है, जो इस होली अपने हाथों से ऑर्गैनिक और हर्बल गुलाल बना रही हैं।
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जैसा कि हम जानते हैं आजकल बाजारों में मिलने वाले गुलाल कितने ज्यादा हानिकारक होते हैं। उसमें कई प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो चेहरे और स्किन के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए मध्यप्रदेश के इंदौर सेंट्रल जेल की महिला कैदी फूल सब्जियों और फलों से ऑर्गेनिक गुलाल बना रही हैं। होली के उत्सव पर यह एक बहुत ही अच्छी शुरुआत है कि जेल में कैद महिलाएं भी अपने हाथों से हर्बल गुलाल बना रही हैं। जेल सुप्रिडेंट अलका सोनकर का कहना है कि “यह पहली बार है जब हमने फूलों सब्जियों और फलों से ऑर्गेनिक रंग और गुलाल बनाने की कोशिश की है। इसके लिए महिला कैदियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।