MPPSC 2022 टॉपर दीपिका पाटीदार बोलीं असफलता में यदि माता पिता हौसला बने से सफलता निश्चित है, बताया अपना लक्ष्य

दीपिका अपनी इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं, दीपिका ने बताया कि यह उनका पांचवां अटेम्प्ट था,पूर्व की अपनी असफलताओं से वे निराश नहीं हुई और माता पिता की हौसला अफजाई से उन्हें यह सफलता मिली।

Atul Saxena
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MPPSC 2022: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने शनिवार को राज्य सेवा परीक्षा 2022 का परिणाम घोषित किया। इस परीक्षा में दीपिका पाटीदार ने पूरे प्रदेश में टॉप किया उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ है। दीपिका महिला शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं, उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता के प्रोत्साहन को दिया।

एमपीपीएससी ने राज्य सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट जारी किया, इस परीक्षा में लड़कियों ने बाजी मारी देवास जिले के छोटे से गांव की रहने वाली दीपिका पाटीदार ने पूरे प्रदेश में टॉप किया, दीपिका अपनी इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं, दीपिका ने बताया कि यह उनका पांचवां अटेम्प्ट था,पूर्व की अपनी असफलताओं से वे निराश नहीं हुई और माता पिता की हौसला अफजाई से उन्हें यह सफलता मिली। उन्होंने 18 से 20 घंटे तक पढ़ाई कर तैयारी की थी। वे महिला शिक्षा को लेकर प्रभावी काम करना चाहती हैं।

फूल, मालाओं और मिठाई से हो रहा दीपिका का स्वागत 

दीपिका देवास जिले के सोनकच्छ की विकासखंड के ग्राम तालोद के निकट जाम गोद गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता गोपाल पाटीदार ग्राम पंचायत गढ़ खजुरिया में सचिव हैं। रिजल्ट जारी होने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। दीपिका को बधाई देने घर परिवार, गांव के लोग इंदौर आ रहे हैं, यहां लगातार दीपिका का स्वागत सत्कार हार फूल, मालाओं और मिठाई से हो रहा है।

दीपिका ने कभी असफलता को हावी नहीं होने दिया: पिता 

दीपिका की उपलब्धि से बेहद खुश नजर आए उनके पिता गोपाल पाटीदार ने कहा कि दीपिका ने बहुत मेहनत की, उसने कभी असफलता को हावी नहीं होने दिया। वहीं मां सुमन भी बेटी की सफलता से बहुत खुश और भावुक दिखाई दी,दीपिका के मातापिता ओर अन्य रिश्तेदारो ने भी इस खुशी के मौके पर दीपिका के स्वागत करते हुए उनका मुँह मीठा कराया।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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