देश के सबसे स्वच्छ शहर में भी इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर ना सिर्फ आम लोगो मे जागरुकता बढ़ाई जा रही है बल्कि प्रशासन द्वारा केंद्र व प्रदेश शासन के निर्देशों का पालन कर कोविड -19 याने कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए सतर्कता तेज हो चली है। इसी का परिणाम है कि जनता कर्फ्यू के पहले से प्रशासन ने ना सिर्फ शराब दुकानों के अहातो, पब और बार पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया है। वही इसके अलावा मंदिरों को स्वेच्छा से बंद कर दिया गया है और भीड़ भाड़ वाले बाजारों को भी बंद किया जा रहा है।
एशिया की सबसे बड़ी चोइथराम फल एवं सब्जी मंडी में तो निगम और मंडी प्रशासन ने प्रतिदिन होने वाली किसानों और खरीददारो की बढ़ती संख्या के चलते एक अनूठा कदम उठाया। जिसके चलते ना सिर्फ लोगो को कोरोना संक्रमण के प्रति आगाह किया जा रहा है साथ ही ड्रोन के जरिये आसमान से हर्बल तरीके मंडी प्रांगण को सेनेटाइज किया जा रहा है। शनिवार को अलग – अलग ड्रोन के जरिये मंडी में हर्बल केमिकल का उपयोग कर सेनेटाइज किया गया।
निगम स्वास्थ्य अधिकारी अखिलेश उपाध्याय के मुताबिक मंडी में आवक बढ़ गई है और मंडी एक ऐसा स्थान जिसे पूरी तरह से शट डाउन नही किया जा सकता है क्योंकि आम लोगो के लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती है। लिहाजा बायो क्लिनिंग मेडिसिन का उपयोग कर ड्रोन की सहायता से मंडी प्रांगण को सेनेटाइज किया जा रहा है। हर्बल केमिकल के इस्तेमाल से ना तो सब्जियों को नुकसान होगा और ना ही लोगो को इस बात का जिक्र निगम प्रशासन ने किया है।
इंदौर में यदि ये प्रयोग सफल रहता है तो निश्चित ही देश की अन्य मंडियों में सेनेटाइजेशन का ये तरीका, कोरोना की दुविधा के बीच कारगर साबित हो सकता है। हालांकि आमतौर पर दवाओं के छिड़काव का ये तरीका खेती करने वाले किसानों के लिए सफल माना जाता है लेकिन क्या ये ड्रोन टेक्नोलॉजी अब कोरोना की रोकथाम कर पायेगी इस पर अभी सवाल बने हुए है।