इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में ओमिक्रान की आमद ने सभी को चिंता में डाल दिया है लेकिन, इसके बावजूद राहत भरी खबर हम सभी के लिए है कि विदेश से इंदौर आये जिन 8 मरीजो में ओमिक्रान की पुष्टि हुई है उनमें सभी की हालत बिल्कुल स्थिर है और 6 इलाज के बाद ठीक होकर अपने घर चले गए है ओमिक्रान होने के बावजूद इनके जल्द ठीक होने का कारण इन्हें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगे होना बताया जा रहा है, यानी साफ है कि कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज ओमिक्रान से आपका बचाव कर सकते है।
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राहत की खबर फिलहाल यह है कि 8 के ओमिक्रान पेशेंट थे। उनमें से छह लोग ठीक हो चुके हैं। दो लोग एडमिट हैं। उनमें सर्दी खांसी भी नहीं है। पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सभी 26 की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। हालांकि विशेषज्ञ और महामारी से जुड़े जानकार पहले ही बोल चुके थे कि मप्र में ओमिक्रान आ चुका है, लेकिन सरकार सबूत न होने के अभाव में नहीं मान रही थी और दावा कर रही थी कि प्रदेश में ओमिक्रान का वजूद नहीं है। जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट से खुलासा हो गया है कि ओमिक्रान पहले से ही प्रदेश में एंट्री ले चुका था, लेकिन इसने अपना कितना असर दिखाया है यह आने वाले समय में पता चलेगा। लेकिन वही चिकित्सक लोगों से अपील कर रहे है कि ओमिक्रान की चपेट में इंदौर के जो लोग आए उन सभी को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगे है जिसकी वजह से उनमें हल्के लक्षण नजर आए और 6 मरीज ठीक होकर अपने घरों को लौट गए, फिलहाल कोरोना वायरस के बदलते रूप ओमिक्रान से बचाव के लिए सबसे जरूरी कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाना है। अरविंदो मेडिकल कालेज के डाक्टर महक भंडारी ने लोगों से अपील की है कि जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाए।