इंदौर, आकाश धोलपुरे। चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में अपनी जान को दांव पर लगाने वाले एक शख्स को बमुश्किल बचाया गया। दरअसल, पश्चिम रेल्वे रतलाम मंडल के दाहोद स्टेशन पर मुंबई से अमृतसर जाने वाली ट्रेन में एक 51 वर्षीय यात्री ने चढ़ने की कोशिश की लेकिन वो नाकाम रहा।
बता दें कि घटना के वक्त ट्रेन चलने के स्टार्ट हो गई थी और ट्रेन ने रफ्तार पकड़ना शुरू ही किया था कि एक यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में अनियंत्रित होकर ट्रेन और ट्रैक के बीच झूलने लगा। तभी आरपीएफ के जवान की नजर उस पर पड़ी और आरपीएफ के जवान ने तेजी से यात्री को पकड़ा और उसे अंदर गिरने से रोकने के लिये, यात्री को पकड़ते हुए जिस दिशा में ट्रेन चल रही थी उसी दिशा में दौड़ने लगा। इस दौरान जानकारी लोको पायलट को लगी तो उन्होने भी ट्रेन की गति धीमी की और ट्रेन रोक दी गई। इस तरह 51 वर्षीय यात्री को बचा लिया गया। पश्चिम रेल्वे रतलाम मंडल के इंदौर जंक्शन के जनसंपर्क अधिकारी जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कि 51 वर्षीय यात्री द्वारा चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया जा रहा था तभी उनका पैर फिसल गया और यात्री प्लेटफॉर्म के नीचे जाने लगा। उसी वक्त दौड़कर आरपीएफ के कांस्टेबल बाबू भाई ने यात्री को पकड़कर निकाला और सही समय पर ट्रेन के गार्ड ने प्रेशर कम करके ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद यात्री को सकुशल निकालकर ट्रेन में बिठाया गया और समझाइश भी दी गई कि चलती ट्रेन में न चढ़े न ही उतरे क्योंकि इससे जान को खतरा रहता है।
आरपीएफ कांस्टेबल बाबू भाई की सतर्कता और मुस्तैदी का ही परिणाम है कि यात्री चंद सेकेंड के अंतर में जिंदगी की जंग जीत गया। फिलहाल, इस खबर के सामने आने के बाद ऐसे लोग सतर्क हो जाये जो अक्सर ऐसी गलती कर अपनी जान जोखिम डाल देते है। इसीलिये हम भी आपसे अपील करते हैं कि सुरक्षित तरीके से सफर करे और चलती ट्रेन में चढ़ने और उतरने की भूल न करें।