रतलाम की बबली गंभीर ‘शक्ति अवार्ड 2023’ से सम्मानित, जादुई हाथों से भरी आसमान की उड़ान

Babli Gambhir honored with ‘Shakti Award 2023’ : असाधारण प्रतिभा की धनी बबली गंभीर को  4 मार्च को वुमंस प्रेस क्लब म.प्र. द्वारा “शक्ति अवार्ड 2023” से सम्मानित किया गया। इंदौर में आयोजित बेहद गरिमामय समारोह में उन्हें इस सम्मान से नवाज़ा गया। रतलाम की रहने वाली बबली गंभीर सुप्रसिद्ध ब्यूटीशियन हैं और कुदरत द्वारा दिए गए अपने दो छोटे हाथों से उन्होने आसमान की ऊंचाई नापी है। ये उनके हाथ नहीं पंख हैं..जिनसे उन्होने वो उड़ान भरी है जिसे आज सब सिर ऊंचा करके देख रहे हैं।

रतलाम की बबली गंभीर 'शक्ति अवार्ड 2023' से सम्मानित, जादुई हाथों से भरी आसमान की उड़ान

मिसाल है जीवन

‘शक्ति अवार्ड’ से सम्मानित होने वाली बबली गंभीर का जीवन एक मिसाल है। 10 अक्टूबर को जन्मी बबली का जन्म हुआ तो उनके हाथ असामान्य थे। छोटे-छोटे हाथों में से एक में तीन और दूसरे में सिर्फ ढाई उंगलियां थी। जन्म के साथ ही जब लोगों ने ये देखा तो सभी सकते में आ गए। कई लोगों ने तो ये तक कहा कि एक तो बेटी उसपर से इस तरह की असामान्य स्थिति, उनके लिए जीवन बेहद कठिन होने वाला है। लेकिन इस कठिनाई के साथ ही एक जज्बे का भी जन्म हो चुका था। बबली गंभीर ने इस असामान्य स्थिति को एक चुनौती की तरह स्वीकारा और कड़ी मेहनत से आज इस मुकाम तक पहुंच गई हैं, जहां वो खुद एक मिसाल के तौर पर खड़ी हैं।

कड़ी मेहनत से पाया मुकाम

बबली गंभीर ने इंग्लिश लिटरेचर में एमए किया है। वे एक जानी मानी एस्थेटिशियन, स्किन सॉल्यूशन स्पेशलिस्ट और ब्यूटी पार्लर की संचालिका हैं। रतलाम जिले के जावरा शहर की रहने वाली बबली का कहना है कि उनके आदर्श और सबसे बड़ी प्रेरणा उनके पिता हैं। हालांकि वो काफी कम उम्र की थी तभी उनके पिता ने इस फानी संसार को अलविदा कह दिया, लेकिन उनसे मिली हिम्मत और जज़्बा सदैव उनके साथ रहा। बबली को उनके पिता की स्मृतियों के साथ मां ने भी जीवन की कठिनाईयों से उबरना सिखाया। बहनों ने कदम कदम पर साथ दिया।

जारी है कामयाबी का सफर

इनका परिवार काफी बड़ा है। 8 भाई बहनों में बबली सबसे छोटी हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद इन्होने ब्यूूटिशियन का कोर्स किया और आज वे बहुत ही सफल ब्यूटिशिनय हैं। पिछले 28 साल से वो अपना ब्यूटी पार्लर चला रही हैं। उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार, राष्ट्रीय उत्कृष्ट सृजनशील वयस्क पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। आज स्थिति ये है कि जिन हाथों के लिए उन्हें कभी लोगों के उलाहनों का सामना करना पड़ता था, उन्हीं जादुई हाथों से वो दूसरों को खूबसूरत बना रही हैं। ब्यूटी पार्लर चलाने के साथ वे इंटीरियर डिजाइनर और पेंटर भी है। इसी के साथ वह बहुत अच्छा ढोलक भी बजाती है, सिलाई-कढ़ाई करते हुए गाड़ी भी चलाती हैं। उनका कहना है कि उन्हें जीवन में कई अच्छे लोग मिले और कई ऐसे भी जिन्होने उनके मुश्किल जीवन में और कठिनाई पैदा करने की कोशिश की..लेकिन सकरात्मक सोच और अपनी लगन के बूते वो हर मुश्किल को पार करती गईं। आज वे एक ख्यात ब्यूटिशियन होने के साथ कई लोगों के लिए प्रेरणा भी हैं और उनकी कामयाबी का सफर जारी है।

 


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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