इंदौर। आकाश धोलपुरे।
देश भर में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोकसभा में यह बिल पास हो चुका है लेकिन राज्य सभा में आज इस पर चर्चा की जा रही है। इस बिल को लेकर कांग्रेस ने विरोध में वोट किया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बिल का समर्थन तो किया है लेकिन उसे संविधान के विपरीत भी बता दिया।
उन्होंने इंदौर में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, ‘ कांग्रेस ही नही बहुत सारी पार्टियां इसका विरोध कर रही है। देश के अनेक राज्यों में आप स्थिति देख सकते है। हमारे संविधान के निर्माता बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखने के समय किसी को जात पात के दृष्टिकोण से नहीं देखा था। पिछले तीन चार हजार सालों से इस भारत माता की माटी ने सभी को अपनाया है।’
उन्होंंने कहा कि, ‘वासुदेव कुटुंबकम ही भारत की विशेषता रही है, जो बिल आज लाया जा रहा है और जो अध्यादेश आज लाया जा रहा है, वह सही नहीं है। वहीं यूरिया पर सिंधिया ने कहा कि यूरिया की प्रदेश में बहुत कमी है। हमने यह मुद्दा केंद्र सरकार के सामने उठाया है। कांग्रेस के शासन में जब हम केंद्र में थे हम हर राज्य को यूरिया देते थे और अब केंद्र सरकार की भी जिम्मेदारी बनती है। इधर, सिंधिया इंदौर में कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टण्डन से भी उनके निवास पर मुलाकात कर उनके तबीयत के बारे में जानेंगे। ‘
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
इंदौर पहुंचे दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य ने पहले ना सिर्फ संगठन की तैयारियों का जायजा लिया बल्कि केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। सिंधिया ने मीडिया से चर्चा की और कहा कि कहा कि 14 तारीख को कांग्रेस की महारैली की तैयारी के लिए इंदौर आया हूं। सिंधिया ने कहा कि अतिवृष्टि के बाद कांग्रेस शासित राज्यों में प्रदेश सरकारों को केंद्र सरकार से आवश्यकता अनुसार राहत राशि भी नहीं मिल पाई है, जबकि भाजपा शासित राज्यों में राहत राशि भेजी जा चुकी है। वही जीएसटी जैसे टैक्स की राशि भी कांग्रेस शासित प्रदेशों में नहीं दिए जाने की बात कहते हुए सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्यों को ही केंद्र से जीएसटी की राशि क्यों नहीं मिल रही है। वही झारखंड चुनाव की चर्चा करते हुए सिंधिया ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस के लिए अच्छी संभावना है, मुझे विश्वास है जनता बदलाव लाएगी ।