इंदौर| इंदौर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान लालवानी के साथ ताई और भाई एक साथ दिखे| जिसके राजनीतिक मायने ये लगाए जा रहे है कि दोनों ही नेताओं ने अपने गढ़ में फिर कमल खिलाने के लिए एकजुटता का परिचय दिया है । शंकर लालवानी हालांकि 29 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने जाने वाले थे लेकिन इसके पहले पार्टी आलाकमान से मिले निर्देश के बाद वे शुक्रवार दोपहर को नामांकन दाखिल करने पहुंचे। बीजेपी की प्रतिष्ठित सीट को बनाये रखने के लिए लालवानी पूरा जोर लगा रहे है। आज उनके नामांकन भरने के दौरान लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा और विधायक रमेश मेंदोला सहित पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अपनी पसंद के उम्मीदवार शंकर लालवानी के नामांकन के दौरान सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि लालवानी इंदौर से जीतेंगे उन्होंने दावा किया कि लाखों वोटो से उनकी जीत होगी। वही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा अबकी बार फिर से पीएम मोदी की सरकार बनेगी और वे दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वही उन्होंने कहा शंकर लालवानी इंदौर लोकसभा सीट के लिए वजनदार उम्मीदवार है और वो आसानी से चुनाव जीत जाएंगे। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल में हो चुनावी हिंसा को लेकर कहा कि टीएमसी और ममता बेनर्जी बीजेपी के बढ़ते रुतबे को देख बौखला गई है ऐसे में बीजेपी के पोस्टर झंडे फाड़ने के साथ ही हिंसा भी की जा रही है।
इंदौर में बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी के नामांकन के दौरान कोई लाव लश्कर नही देखा गया जिसके चलते माना जा रहा है पार्टी के कार्यकर्ताओं में अभी भी लालवानी के नाम को लेकर रोष है। वही बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है और हर कार्यकर्ता को बूथ स्तर पर सक्रिय रहने के तैयार करने की जुगत मे लगी हुई है। लालवानी का मुकाबला कांग्रेस के पंकज संघवी से है जो कई बार इंदौर कांग्रेस से अलग – अलग पदों पर चुनाव तो लड़े है लेकिन जीत उन्हें अब तक नसीब नही हुई है लेकिन इस बार उन्होंने एक लाख से अधिक वोटो से जीत का दावा किया है। बता दे कि इंदौर लोकसभा सीट को लेकर मतदान 19 मई को होना है।