इंदौर।
लंबे मंथन के बावजूद अबतक बीजेपी इंदौर लोकसभा सीट से उम्मीदवार का नाम तय नही कर पाई है।नाम फाइनल करने के लिए शुक्रवार को सुमित्रा महाजन ने मोदी से भी मुलाकात की औऱ बेटे मंदार का नाम आगे बढ़ाया, लेकिन सहमति नही बन पाई।खबर है कि आलाकमान शहरी और ग्रामीण वोटर्स की पसंद का प्रत्याशी चाहता है, जिसको लेकर उम्मीदवार के नाम पर सहमति नही बन पा रही है। वही बीजेपी की तरफ से लगातार हो रही देरी पर कांग्रेस प्रत्याशी पकंज सिंघवी ने चुटकी ली है। उन्होंने बताया है कि आखिर बीजेपी को उम्मीदवार चुनने में इतनी देर क्यों हो रही है।
इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी और दिग्गज नेता पंकज संघवी का कहना है कि भाजपा में सब दावेदार लठ्ठ लेकर खडे है। सब एक दूसरे का विरोध कर रहे है। भाजपा में सब दावेदार बन गए है। शंकर ललवानी का नाम आया तो सब दौड़ पड़े (विरोध में)..गोपी नेमा बोल रहे हैं मुझे टिकट मिल जाए…चंदु माखीजा सोच रहे हैं मुझको मिल जाए। वहीं ताई (सुमित्रा महाजन) सोच रही है कि उनके लड़के को टिकट मिल जाए। बहुत मुश्किल है. अभी तीन चार दिन और लगेगा तब भाजपा नाम घोषित कर पाएगी।
सूत्रों के मुताबिक कैलाश विजयवर्गीय और सुमित्रा महाजन के बीच तकरार की वजह से शंकर का नाम फाइनल नहीं हो पाया है। महाजन के करीबियों का कहना है कि वह अब अपने बेटे मंदार महाजन के लिए टिकट का प्रयास कर रही हैं। वहीं, कैलाश खेमे से रमेश मेंदोला का नाम भी सामने आया है। उनके अलावा, पूर्व संगठनात्मक महासचिव कृष्ण मुरारी मोघे, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, पूर्व विधायक गोपी कृष्ण नेमा और पूर्व मीडिया प्रभारी गोविंद मालू भी टिकट पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
बता दे कि 19 मई को इंदौर में मतदान होना है।बीजेपी ने अबतक 28 और कांग्रेस ने 29 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए है, लेकिन इंदौर पर अब भी सस्पेंस बना हुआ है।वर्तमान सांसद ताई और वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के पीछे हटने के बाद नामों को लेकर जबरदस्त मंथन किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है आने वाले एक दो दिनों में बीजेपी अपना उम्मीदवार घोषित कर देगी।