Indore News: भीषण गर्मी में यातायात प्रबंधन की शानदार पहल, ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को मुहैया कराई जा रही ठंडा पानी और इलेक्ट्रॉल

ट्रैफिक डीसीपी अरविंद तिवारी ने बताया कि भीषण गर्मी पड़ने के चलते इस तरह के पहल की शुरुआत की गई है।

Shashank Baranwal
Published on -
indore

Indore News: भीषण पड़ रही गर्मी के चलते शहर भर में चौराहे-चौराहे पर खड़े रहकर यातायात की ज़िम्मेदारी निभाने वाले ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों और जवानों के लिए यातायत प्रबन्धन द्वारा एक शानदार पहल की गई है। इस पहल के अंतर्गत ड्यूटी पर खड़े कर्मचरियों ओर अधिकारियों के लिए डीसीपी यातायात द्वारा ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए कई स्वास्थ्य संबंधी सामाग्री मुहैया कराई जा रही है।

ठंडा पानी और इलेक्ट्रॉल मुहैया कराई गई

शहर में चिलचिलाती धूप से चौराहों पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए यातायात प्रबंधन द्वारा एक शानदार पहल की गई है। इस दौरान पुलिसकर्मी ड्यूटी सुचारू रूप से कर सकें और और पुलिसकर्मी स्वस्थ भी रहे, इसके चलते प्रबंधन द्वारा पुलिसकर्मियों को ठंडा पानी, इलकेट्रॉल, ग्लूकोस अन्य चीजें मुहैया कराई जा रही है।

ट्रैफिक डीसीपी अरविंद तिवारी ने कही यह बात

ट्रैफिक डीसीपी अरविंद तिवारी ने बताया कि भीषण गर्मी पड़ने के चलते इस तरह के पहल की शुरुआत की गई है। साथ ही गर्मी के चलते ट्रैफिक के कुछ सिंग्नल चिन्हित किए गए है इसके अलावा सिग्नल के समय मे भी कुछ बदलाव किया गया है, जोकि आमजन मानस के लिए बेहतरी के फैसले हैं। इससे सिंग्नल पर ज़्यादा देर तक राहगीरों को खड़े नही रहना पड़ेगा।

Indore

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News