इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर में राजनीति चरम पर है और निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने महापौर प्रत्याशी की घोषणा समय से पहले करने के बाद राजनीति के मैदान में फ्रंटफुट पर आकर खेलना शुरू कर दिया है। हालांकि जल्दबाजी में कांग्रेस की निकाय चुनाव प्रभारी द्वारा इंदौर पूर्व महापौर को लेकर दिए एक कथित बयान ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। बयान में पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ (Vijayalaxmi Sadho) ने पूर्व मेयर के कम बोलने को लेकर तंज कसा और उन्हें गूंगी गुड़िया कहा है। जिसके बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए मंत्री तुलसी सिलावट (Tulsi silawat) ने कहा कि यह बड़े दुःख की बात है कि एक मुख्यमंत्री बेटी की पूजा करते है तो पूर्व मुख्यमंत्री महिला को आयटम बोलते है। वहीं एक महिला होकर एक महिला के लिए गलत बोलना ठीक नहीं है, क्योंकि कुछ बातें उन पर भी लागू होती है।
इधर, कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में संजय शुक्ला (sanjay shukla) को प्रत्याशी घोषित करने पर मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि यह उनकी पार्टी का मामला है वह संजय शुक्ला को बनाए या किसी और को यह उनका अंदरूनी मामला है। वहीं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (sajjan varma) के संजय शुक्ला के सामने कैलाश विजयवर्गीय (kailash vijayvargiya) को चुनाव लड़वाने के बात पर मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि कांग्रेस (congress) के पास एक प्रत्याशी है, जबकि हमारे पास नेताओं की कमी नहीं है और कैलाश जी हमारे देश के नेता हैं। सिलावट ने कहा कि हम डंके की चोट पर पूरे प्रदेश में निकाय चुनाव जीत रहे हैं और इंदौर में तो कांग्रेस की जमानत जब्त होगी।
फिलहाल, नगरीय निकाय चुनाव नजदीक है और नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। ऐसे में आने वाले समय ही ये पता चल पाएगा कि बीजेपी व कांग्रेस में से कौन जुबानी और मैदानी जंग जीत पाता है।