इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा इंदौर को पूरी तरह से लॉक डाउन कर दिया गया वहीं आमजन को भी घर में रहने की सलाह दी है ऐसा नहीं करने वालों पर आईपीसी की धाराओं के तहत कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि देशव्यापी लॉक डाउन का पूरे देश में पालन किया जा रहा है वही आम आदमी भी वही अपनी बुनियादी सुविधाएं जुटाने के लिए घर के बाहर देखा जा रहा है जिसके चलते संक्रमण को भी न्योता दिया जा रहा है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा आज से 3 दिन के लिए पूरी तरह लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है जिसमें सिर्फ दवाइयों की दुकान खुली रहेगी वही दूध का वितरण निर्धारित समय पर होगा। पुलिस प्रशासन द्वारा भी सख्ती से इस आदेश का पालन कराया जा रहा है। दरअसल, तीन दिन के लॉक डाउन के पीछे प्रशासन का उद्देश्य कोरोनावायरस के चक्र को तोड़ने का है जिसके चलते आमजन को भी जागरूक होना पड़ेगा। ऐसे में डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा नेम पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि पुलिस जवानों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है वही ऐसे लोग जो बेवजह टहल रहे हैं उन पर भी सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं। वह उन्हें आईपीसी की धारा के तहत कार्रवाई कर अस्थाई जेल में पहुंचाया जाएगा।
संक्रमित मरीज के भागने पर केस दर्ज
कोरोना वायरस के एक मरीज दो दिन पहले हॉस्पिटल से भाग गया था। उस पर पुलिस ने धारा 188, 269, 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इंदौर डीआईजी ने स्पष्ट किया है कि जो संक्रमित मरीज है उनका भी ध्यान रखा जा रहा है ताकि आइसोलेशन वार्ड से वह निकल ना पाए। गौरतलब है कि 2 दिन पूर्व एक मरीज वार्ड से भाग गया था जिसे बमुश्किल दोबारा पकड़कर आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कराया गया दोबारा ऐसी स्थिति ना बने उसे देखते हुए आइसोलेशन वार्ड में सुरक्षा बढ़ाई गई है और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है। डीआईजी ने साफ कर दिया है कि अब कोई मरीज भागेगा तो उस पर अलग – अलग धाराओं के तहत केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।