इंदौर, आकाश धोलपुरे। कहते है मायानगरी मुंबई (Mumbai) में यदि कोई गुम हो जाता है उसका पता लगाने वालों की चप्पलें घिस जाती है, लेकिन जीवन भर उसका पता नही लगता। और खास तौर पर युवतियों और महिलाओं के मामले में तो कई बार यातना भरी हकीकत का खुलासा हुआ है। हालांकि, इस बार गनीमत रही कि एक नाबालिग किशोरी संभ्रात परिवार की महिला के हाथ लग गई, जिन्होने एक बेहतर मुंबईकर होने का उदाहरण पेश कर न सिर्फ नाबालिग छात्रा (student) को पनाह दी बल्कि उसके परिजनों और पुलिस को भी इस बारे में सूचना दी ताकि वो सही सलामत अपने घर पहुंच सके।
दरअसल, मिनी मुंबई से मुंबई तक कि ये गुत्थी इंदौर की महू तहसील के कोतवाली थाना क्षेत्र की है जहां 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक मासूम छात्रा पेपर (exam) बिगड़ने से इतनी आहत हुई कि उसने घर छोड़ने का फैसला कर लिया और महू से मुंबई चली गई। जानकारी के मुताबिक महू के नामी स्कूल की छात्रा 1 मार्च की दोपहर 1 बजे से लापता थी। वहीं ये भी बात सामने आई है कि छात्रा मुंबई के दादर इलाके में पहुंच गई और उसी क्षेत्र के एक जैन मंदिर पर जाकर बैठ गई थी। इसी दौरान एक महिला उसके पास पहुंची और उसने नाबालिग छात्रा से बातचीत कर उसकी परेशानी जानने की कोशिश की।
आखिरकार महिला ने छात्रा की काउंसलिंग की और पता लगाया तो छात्रा ने उसे पेपर बिगड़ने की जानकारी दी और फिर अपने घर का पता बताया। इसके बाद महिला ने तुरंत मामले की जानकारी मुंबई पुलिस को दी और इसके बाद मामले की जानकारी इंदौर पुलिस तक पहुंची। वहीं, उस महिला ने छात्रा के परिजनों को फोन लगाकर सारे मामले की जानकारी दी। इस संभ्रात परिवार की महिला से जानकारी मिलने के बाद इंदौर पुलिस मुंबई पहुंची और छात्रा को अपने साथ वापिस लेकर आई। इंदौर एसपी पश्चिम महेशचंद्र जैन ने बताया कि छात्रा को मुंबई से बरामद कर लिया है और इंदौर पुलिस मुंबई की महिला का आभार भी व्यक्त किया है।
फिलहाल, इस मामले के सामने आने के बाद पालकों को सावधान होकर बच्चों से बेहतर समन्वय स्थापित कर उनकी हर बात जानने की कोशिश करना चाहिए। साथ ही उन्हें विश्वास देना चाहिए, नहीं तो कभी भी कोई अनहोनी आपके द्वार पर दस्तक दे सकती है। फिलहाल, ताजा मामले में गनीमत ये रही कि सही समय पर सही परिस्थिति और सही महिला होने के चलते छात्रा सकुशल बच गई।