इंदौर/आकाश धोलपुरे
प्रदेश में कोरोना का विकराल रूप हर रोज आने वाले 700 संक्रमितो के रूप देखा जा सकता है। इंदौर में तो हालात ये है कि यहां बीते 15 दिनों से हर रोज औसतन 100 से अधिक पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे है। बावजूद इसके आर्थिक राजधानी इंदौर के ठप्प पड़े व्यापार व्यवसाय को देखते हुए मांग उठ रही है कि इंदौर को पूरी तरह से खोल दिया जाए नही तो आर्थिक हालात बेकाबू हो जाएंगे।
दरअसल, इंदौर के मध्यक्षेत्र में त्योहारों के पहले बाजार खोलने की मांग को लेकर पश्चिम क्षेत्र व्यापरिक संगठन अक्षय जैन के नेतृत्व में सड़क पर उतर आया जिसके बाद इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सोमवार को इंदौर कलेक्टर से व्यापारियों को आ रही समस्याओं को लेकर कार्यालय पहुंचे। लेकिन कलेक्टर मनीष सिंह ने उनसे मिलने से मना कर दिया। जिसके बाद दोनों कलेक्टर कार्यालय में हो धरने पर बैठ गए बावजूद इसके प्रशासन और कलेक्टर टस से मस नही हुए।
इधर, इस मामले में जैसे कलेक्टर मनीष सिंह के पास बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय का पत्र कलेक्टर के नाम पर पहुंचा और सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वैसे ही कांग्रेस विधायक ने उनके पत्र के साथ एक संदेश जोड़ दिया जिसमें उन्हें भाई कहते हुए धन्यवाद दिया और लिखा कि आपने मेरी और मेरी पार्टी की बात की बात आपके लेटर के जरिये कलेक्टर को अवगत कराई।
शहर के मध्यक्षेत्र के विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अपने पत्र में शहर को पूरी तरह से खोलने की मांग की है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि इंदौर आर्थिक शहर है और साथ ही विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को 4 बिंदु के सुझाव दिए ताकि इंदौरवासियों के चेहरों की रौनक लौट आये। बीजेपी विधायक विजयवर्गीय ने उपाय सुझाए और लिखा कि कोरोना से बचाव के लिए नगर निगम शहर के कोने कोने में सेनेटाइजर का छिड़काव करें साथ ही 250 पॉजिटिव मरीज प्रतिदिन भी निकले तो अस्पताल व्यवस्था में कोई कमी न हो इस बात को प्रशासन सुनिश्चित करे। शहर खुलने के बाद कोई भी घर के बाहर बगैर मास्क के दिखे तो उस पर दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। वही उन्होंने अंतिम उपाय ये बताया कि शहर के पूरी तरह खुलने के बाद जिन कारणों से कोरोना महामारी फैल सकती है उनको ध्यान में रख ऐसे लोगो के छोटे छोटे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से जन जागरण अभियान चलाए।
विधायक आकाश विजयवर्गीय के पत्र के सामने आने के बाद जहाँ राजनीति चरम पर है वही दूसरी और अब प्रशासन, पत्र के बाद क्या कदम उठाता है ये देखना दिलचस्प होगा।