इंदौर, आकाश धोलपुरे। महंगाई के रंग में सराबोर जिंदगी भले ही जैसे तैसे काटी जा रही हो लेकिन अब ये ही महंगाई बीजेपी की मुश्किलें मध्यप्रदेश में निकाय चुनाव के पहले बढ़ा सकती है। दरअसल, ये हाल सिर्फ मध्यप्रदेश नही बल्कि देश के कई राज्यो के हैं, जहां आम लोगो पर पेट्रोल डीजल के दामों के बढ़ते बोझ का असर उनके बजट को बिगाड़ रहा है। रही सही कसर किचन में आने वाला सामान और घरेलू गैस सिलेंडर पूरी कर रहा है।
इधर, इस मामले पर अब विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने मुखर होकर विरोध करना शुरू कर दिया है और इसी का परिणाम है कि 20 फरवरी को मध्यप्रदेश में आधे दिन के स्वैच्छिक बंद का ऐलान कर आम जनता से समर्थन मांगा गया है। इसके पहले इंदौर में तो युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने तो मन मे कुछ अलग ही ठान रखा था जिसका असर बुधवार को इंदौर के मधुमिलन चौराहे पर देखने को मिला। जहां युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रमीज खान पेट्रोल, डीजल ओर रसोई गैस के दामों में हुई मूल्यवृद्धि का विरोध करने पहुँचे। लेकिन युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन से पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
दरअसल, युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता महंगाई के विरोध में मधुमिलन चौराहे पर प्रदर्शन करने वाले थे लेकिन इसकी सूचना मिलते ही पहले से ही मौके पर भारी पुलिस पर तैनात हो गया और जैसे ही युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता वहां पहुँचे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया इस दौरान पुलिस और युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने सामने हो गए और उनके बीच धक्कामुक्की के साथ ही झूमाझटकी भी हुई। विरोध प्रदर्शन के लिए अड़े युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक हटाते हुए हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर मारपीट करने और गालीगलौज करने का भी आरोप लगाया वही प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता बिना अनुमति प्रदर्शन कर रहे थे इसलिए उन पर कार्यवाही की गई है।