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Mon, Dec 8, 2025

इस बार क्रिसमस पर मिलेगी सिर्फ़ दो दिन की छुट्टी! शीतकालीन छुट्टियों में भी बदलाव

Written by:Bhawna Choubey
जबलपुर में इस बार क्रिसमस की छुट्टियों का शेड्यूल पूरी तरह बदल गया है। मिशनरी और CBSE स्कूलों में लंबी छुट्टी नहीं मिलेगी, सिर्फ़ दो दिन का अवकाश मिलेगा। विभाग के नए नियमों से छात्र और अभिभावक दोनों हैरान है।
इस बार क्रिसमस पर मिलेगी सिर्फ़ दो दिन की छुट्टी! शीतकालीन छुट्टियों में भी बदलाव

जबलपुर (Jabalpur) में इस बार क्रिसमस छुट्टियों (Christmas Holidays) से जुड़ी ख़बरों ने हज़ारों छात्रों और अभिभावकों को चौंका दिया है, क्योंकि हर कोई दिसंबर की छुट्टियों का इंतज़ार करता है, कई लोग अपने रिश्तेदारों के घर जाने का प्लान बनाते हैं तो वहीं कई लोग बहार घूमने जाने का प्लान बनाते हैं, लेकिन जब स्कूलों की छुट्टी ही ना लगे तो फिर क्या ही प्लान। जिन्हें हर साल 23 दिसंबर से शुरू होने वाली लंबी छुट्टियों का इंतज़ार रहता था, उन्हें इस बार सिर्फ़ दो दिन की ही छुट्टी मिलेगी। कई मिशनरी और CBSE स्कूलों ने इसका ऑफिशियल नोटिस भी जारी कर दिया है, जिसके बाद पेरेंट्स के बीच हल्की नाराज़गी और बच्चों में भी निराशा देखने को मिली।

इसके पीछे शिक्षा विभाग का सख़्त निर्देश हेय सभी CBSE स्कूल अब राज्य सरकार की अवकाश सूची का पालन करें। यानी क्रिसमस पर सिर्फ़ निर्धारित अवकाश और शीतकालीन अवकाश अलग से। नियमों में इस बदलाव नहीं शहर के क़रीब 70 CBSE स्कूलों में छुट्टियों के पूरे शेड्यूल को बदलकर रख दिया है।

आख़िर क्यों बदला गया पूरा शेड्यूल?

जबलपुर के CBSC और मिशनरी स्कूलों में हर साल क्रिसमस के आस पास का लंबा अवकाश दिया जाता था। कई स्कूल 23 दिसंबर से लेकर नए साल तक बंद रहे थे। यह तौर तरीक़ा पिछले कई वर्षों से चल रहा था, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने साफ़ निर्देश जारी किए हैं कि CBSE स्कूल भी सरकारी छुट्टियों के नियमों का ही पालन करेंगे। यानी आप क्रिसमस की सिर्फ़ दो दिन की छुट्टी मिलेगी और शीतकालीन अवकाश 31- दिसंबर से चार जनवरी तक रहेगा।

सरकारी और निजी स्कूलों का अवकाश अलग

सरकारी स्कूलों में 25 दिसंबर को सिर्फ़ एक दिन का अवकाश रखा गया है इसके बाद सभी कक्षाएं नियमित होंगी। इसके बाद 31 दिसंबर से चार जनवरी तक शीतकालीन अवकाश रहेगा। दूसरी ओर निजी और मिशनरी स्कूलों को भी इस बार इन्ही नियमों का पालन करना होगा। कई स्कूलों ने नोटिस में बताया कि छुट्टियों में कटौती विभागीय के गाइडलाइन के अनुसार की गई है।

इस बदलाव से छात्रों में निराशा है जबकि कई अभिभावक मान रहे हैं की छुट्टियाँ कम होने से पढ़ाई का नुक़सान भी नहीं होगा। वहीं कई लोगों के मन में यह सवाल है कि जब सालों से यह छुट्टियों का पैटर्न जल रहा था तो इसे बदलने की क्या ज़रूरत आन पड़ी। जो माता पिता अपने बच्चों के साथ लंबी छुट्टी की प्लानिंग कर चुके थे उन्हें अब दो दिन के छोटे ब्रेक में ही एडजस्ट करना पड़ेगा।