Jabalpur News: केनरा बैंक के चार अधिकारियों ने मिलकर पहले तो दो फर्जी कंपनियां बनाई और उसके बाद फिर अपने ही बैंक से करीब 3 करोड़ रुपये का लोन भी जारी कर दिया। खास बात यह है कि इन चारों ही अधिकारियों ने डीडी और एनईएफटी करने की वजह से राशि सीधे बचत खातों में ट्रांसफर कर दी। मामला सामने आने के बाद जबलपुर के क्षेत्रीय कार्यालय असिस्टेंट मैनेजर गणेश चंद्र सरकार ने EOW से शिकायत की है।
फर्जी कंपनी बनाकर किया घोटाला
दरअसल मामला केनरा बैंक का है। जहां पर चार अधिकारियों ने मिलकर फर्जी कंपनी बनाई और 3 करोड़ रुपये का लोन भी जारी किया। गड़बड़ी पाए जाने केनरा बैंक के जबलपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक जनरल मैनेजर गणेश चंद्र सरकार ने इसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ यानी ईओडब्ल्यू में की।
बैंक अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज
जबलपुर ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक मणिराज पटेल, प्रबंधक गिरीश कुंभारे, प्रोबेशनरी ऑफिसर राहुल लोखरे और सुनील कुमार दुबे के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। EOW ने जांच में पाया कि इन अधिकारियों ने बैंक से करीब 2 करोड़ 97 लाख रुपये अपने ही करीबी कर्मचारियों और रिश्तेदारों के खाते में भेज दिए। इन्होंने हीं डेबिट स्लिप में और खाता खोलने के फॉर्म में हस्ताक्षर करवाए। जबलपुर EOW एसपी आरडी भारद्वाज का कहना है कि चारों ही बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
जबलपुर से संदीप कुमार कि रिपोर्ट