जबलपुर/संदीप कुमार
शहडोल से जबलपुर मेडिकल कॉलेज में अपने पति के साथ भर्ती हुई महिला की रविवार सुबह मौत हो गई थी। महिला को कोरोना वायरस संदिग्ध मौत को मानते हुए आईसीएमआर जांच के लिए सेम्पल भेजा गया था। जहां शाम आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला की मौत कोरोना वायरस से नहीं बल्कि इंफ्लूएंजा से हुई थी। बताया जा रहा है कि महिला सर्दी खाँसी और बुखार से पीड़ित थी। शहडोल निवासी महिला और उसके पति को सर्दी खांसी बुखार के चलते पहले जिला अस्पताल शहडोल में भर्ती किया गया था और फिर 2 दिन पहले उन्हें जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया जहां रविवार सुबह उनकी मौत हो गई। कोरोना वायरस संदिग्ध मौत मानते हुए रिपोर्ट आईसीएमआर में भेजा गया जहां उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं रविवार को और 14 रिपोर्ट आई है जिसमें महिला के पति की भी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।
महिला का पति करता था सऊदी अरब में नोकरी,दस दिन पहले आया था शहडोल
बता दें कि महिला का पति सऊदी अरब में नौकरी करता था और 10 दिन पहले ही शहडोल अपने घर वापस आया था। उसके बाद से ही महिला और उसके पति को सर्दी खांसी और बुखार आने लगा थी। कोरोना वायरस संदिग्ध मानते हुए दोनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था जहां महिला की मौत हो गई। लेकिन रिपोर्ट में वो और उनके पति दोनों कोरोना नेगेटिव आए हैं।
आईसीएमआर में रविवार को आई 14 रिपोर्ट, सभी नेगेटिव
कोरोना वायरस कि रविवार को 14 रिपोर्ट्स आईसीएमआर से मेडिकल कॉलेज को मिली हैं।राहत की बात है कि ये सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हुई हैं। जिला कलेक्टर भरत यादव ने सभी से अपील की है कि वह अपने घरों पर रहे और अगर बाहर निकलते हैं तो सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें। हमको बता दें कि जबलपुर में अभी तक कोरोना वायरस के आठ पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं जिन्हें मेडिकल कालेज के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। यह सभी मरीज ज्वेलर्स संचालक मुकेश अग्रवाल के संपर्क वाले हैं।