जबलपुर। मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी को बकाया राजस्व को लेकर लगातार नोटिस दिया जा रहा था पर इस और मेडीकल प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया। नतीजन एसडीएम गोरखपुर ने मेडिकल यूनिवर्सिटी में जाकर पांच करोड़ रुपये का बकाया राजस्व प्राप्त करने में आखिरकार सफलता प्राप्त की है। मेडिकल यूनिवर्सिटी से राजस्व वसूली के लिये काफी दिनों से एसडीएम आशीष पांडे द्वारा प्रयास किये जा रहे थे । इस बारे में कई बार पत्र व्यवहार भी किया गया और व्यक्तिगत तौर पर भी मेडिकल युनिवर्सिटी के अधिकारियों से भेंट कर नियमों एवं प्रावधानों से अवगत कराकर उनसे राजस्व का भुगतान करने का आग्रह किया गया।एसडीएम पांडे ने बताया कि बकाया राजस्व के भुगतान के प्रति मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का भी हमेशा सकारात्मक रुख रहा। उन्होंने बताया कि आज यूनिवर्सिटी द्वारा भू-भाटक के रूप में राजस्व की बकाया राशि पांच करोड़ रुपये का चेक तहसीलदार गोरखपुर के नाम से आखिरकार प्रदान किया गया।
एसडीएम गोरखपुर पांडे के मुताबिक प्रदेश में एक मुश्त राजस्व वसूली का सबसे बड़ा मामला हो सकता है । उन्होंने बताया कि मेडिकल यूनिवर्सिटी पर बर्ष 2011-12 से भू-भाटक एवं प्रीमियम का लगभग 25 करोड़ रुपये बकाया था । बड़ी राशि होने के कारण शासन द्वारा मेडिकल यूनिवर्सिटी को पांच किश्तों में इस राशि को चुकाने की अनुमति दी गई थी । जिसकी अवधि बर्ष 2017 को समाप्त हो चुकी थी । यह मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा चुकाई गई पहली किश्त है।एसडीएम गोरखपुर ने बताया कि राजस्व वसूली की कार्यवाही कलेक्टर भरत यादव के निर्देशानुसार की गई।