जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। पूरे देश में कोरोना और उसके नये वेरिएंट ओमिक्रान ने चिंता की लकीरे खींच रखी है, प्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या परेशानी का सबब बनी हुई है, इंदौर हो या भोपाल या फिर जबलपुर, ग्वालियर लगभग हर जिले से बड़ी संख्या में कोरोना के बढ़ते मरीज इसकी विकरालता को बया कर रहे है, लेकिन इसी बीच कुछ सुखद खबरे भी सामने आ रही है जो दिल को सुकून और राहत दे रही है साथ ही हिम्मत भी, ऐसी ही एक खबर जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल काॅलेज से आई है जिसे सुनकर समझा जा सकता है की कोरोना को हराया जा सकता है बशर्ते हिम्मत हो, जबलपुर के मेडिकल कालेज में भर्ती 90 वर्षीय वृद्धा जिन्हें कोविड पाज़िटिव होने के बाद बेहद गंभीर हालत में मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती किया था, उन्होंने कोविड को हराकर जिंदगी की जंग जीत ली।
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सबसे बड़ी बात ये कि अधिक उम्र और बीपी सहित दूसरी बीमारियों से ग्रसित होने के बाद भी मेडिकल काॅलेज में कोविड प्रभारी डाॅ. संजय भारती और अन्य चिकित्सकों की टीम वृद्धा को मौत के मुंह से खींच लाया। वृद्ध महिला 3 जनवरी को अस्पताल में भर्ती हुई थीं, तो उनका हार्ट 40 प्रतिशत ही काम कर रहा था। पल्स और आक्सीजन रेट भी कम था। वेंटीलेटर पर रखना पड़ा था। कई बार हालत ऐसी बनी की उम्मीद टूटती नजर आई लेकिन खुद के आत्मबल और हिम्मत से वृद्धा ने कोविड को पछाड़ दिया, अपने आप में यह बेहद दिलचस्प मामला है जब इतनी उम्र मे कोविड मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंचा, वृद्धा के स्वस्थ होने के बाद उन्हे अस्पताल से भी डिस्चार्ज कर दिया गया है।