जबलपुर| अखिल भारतीय विद्यार्थी विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी उपेंद्र धाकड़ सहित दो अन्य पदाधिकारियों का यौन शोषण में नाम आने के बाद अब एबीवीपी पूरी तरह से बैकफुट में आ गई गई। एबीवीपी में पदाधिकारी रही युवती के अपने ही संगठन के लोगो पर जिस तरह से संगीन आरोप लगाए है उसको लेकर अब एबीवीपी के तरफ से सफाई का दौर शुरू हो गया है।
एबीवीपी के जिला महामंत्री शुभंग गोटिया ने ये कहते है पल्ला झाड़ लिया है कि उपेंद्र धाकड़ सहित दो अन्य लोगो पर जो आरोप लगे है उनसे संगठन का कोई लेना देना नही है। एबीवीपी के जिला महामंत्री की माने तो करीब डेढ़ साल पहले उपेंद्र धाकड़ संगठन से हट चुके है जबकि दो और पदाधिकारी आकाश नेमा ओर शुभम कौरव ये कभी भी संगठन में थे ही नही हालॉकि इन्होंने प्राथमिक सदस्यता जरूर ली थी पर करीब एक साल पहले जैसे ही ऐसे लोगो की हरकतों के विषय मे पता चलता है वैसे ही उन्हें संगठन से बाहर कर दिया जाता है जो कि आकाश और शुभम के साथ किया गया है।
एबीवीपी के जिला महामंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में ये जो पूरे मामले सामने आए है इसमे से कुछ तो संदिग्ध है।वही उपेंद्र धाकड़ को लेकर उन्होंने कहा कि वो संगठन छोड़ चुके है और वर्तमान में वो संगठन में किसी पद में नही है वही आकाश नेमा और शुभम कौरव का भी एबीवीपी के कार्यकर्ता बचाव करते नजर आ रहे है।गौरतलब है कि आज एबीवीपी की कार्यकर्ता ने NSUI के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एबीवीपी के दो कार्यकर्ताओ पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे।