जबलपुर/संदीप कुमार
केरल में गर्भवती मादा हाथी को विस्फोटक खिलाना, हिमाचल में गाय के बारूद चबे लेने की अमानवीय घटनाओं से अभी मानवता के आँसू थमे भी नहीं थे कि अब मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जहाँ लॉक डाउन के बीच किसी अज्ञात व्यक्ति ने बैल को जला दिया है।
केरल में गर्भवती हथिनी के बाद अब जबलपुर में एक घायल बैल भी इंसाफ की गुहार लगा रहा है। शहर की उपनगरीय क्षेत्र रांझी में किसी अज्ञात व्यक्ति ने बैल पर गर्म पानी डाल कर उसे बुरी तरह जला दिया है। इस घटनाक्रम में बैल के शरीर का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से जल गया। घटना की सूचना मिलने पर रांझी के सकल जैन संघ ने मौके पर पहुँचकर बैल का इलाज कराना शुरू किया है। बता दें कि लॉक डाउन में सकल जैन संघ ढाई माह से बेजुबान जानवरों को खाना खिलाने का काम कर रहे है। संघ को जब इसकी सूचना मिली तो वह मौके पर पहुँचे, यहां इन्होने पाया कि एक बैल पर किसी ने गर्म पानी डालकर उसे जला दिया है और वो तड़प रहा है। सकल जैन समाज के लोग तुरन्त उसे इलाज के लिए लेकर आ गए और अब उसका इलाज करवा रहे हैं।
बैल को जलाने वाले को मिले कड़ी से कड़ी सजा
बुरी तरह से जल चुके बैल का रांझी सकल जैन समाज इलाज करवा रहे है। बैल के इलाज के लिए वैटनरी कालेज के डॉक्टरों से सलाह भी ली गई है। इसके अलावा उसे जैन समाज के लोग खाना भी खिला रहे है। सकल जैन समाज के लोगो ने इस तरह की क्रूरता करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
विधायक कैंट के प्रतिनिधि करवाएंगे बैल को जलाने वाले के खिलाफ एफआईआर
रांझी सकल जैन समाज के लोगो ने बैल के इलाज हेतु स्थानीय विधायक अशोक रोहाणी से मुलाकात की जिसके बाद विधायक ने वैटनरी कालेज के डॉक्टरों से बैल का इलाज करने को कहा। शरुआत के कुछ दिन तो वैटनरी डॉक्टर आए पर जब उन्होंने आना बंद कर दिया तो शहर के एक पशु प्रेमी ने घायल बैल के इलाज का जिम्मा उठाया है। ये पशु प्रेमी रोजाना दोनों समय बैल की दवा और इंजेक्शन कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही ये बुरी तरह जला हुआ बैल पुनः पहले जैसा ठीक हो जाएगा। इधर विधायक प्रतिनिधि सचिन जैन का कहना है कि रांझी थाने में बैल को जलाने वाले के खिलाफ हम जल्द ही एक एफआईआर करवाएंगे।
हाल के दिनों में जानवरों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी
जिस तरह से केरल में गर्ववती एक मादा हाथी को फल पर विस्फोटक देकर मार डालने की घटना हुई थी उसके बाद से इन मूक जानवरो के साथ इस तरह का कृत्य की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। पहले केरल,फिर हिमाचल, देहरादून और अब मध्यप्रदेश।लागातर जानवरों के साथ हो रही इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब जरूरी है कि सरकार इस और कड़े कानून बनाए जिससे कि इन बेजुबानों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो सके।