जबलपुर/संदीप कुमार
मंगलवार को मध्य प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया के कार्यालय के सामने सैकड़ों की तादाद में महिलाएं जमा हो गई। पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया के विधानसभा क्षेत्र में एक अफवाह फैल गयी थी कि वो गरीब परिवारों को 2000 रुपये बांट रहे हैं और इसके लिये लोग जरूरी दस्तावेज, पहचान पत्र, आधार कार्ड लेकर उनके कार्यालय पहुंच जाएं। बस फिर क्या था, विधानसभा क्षेत्र से सैकड़ों की तादाद में महिलाएं लखन घनघोरिया के कार्यालय के सामने जमा होना शुरू हो गईं। कुछ ही देर में वहां पर सैकड़ों की तादाद में महिलाओं की भीड़ ने लखन घनघोरिया के कार्यालय को घेर लिया।
बड़ी तादाद में महिलाओं को सामने देखकर पूर्व मंत्री के स्टाफ ने तुरंत पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी। इधर स्टाफ ने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया कि गरीबों को पैसा बांटने की कोई योजना नहीं है और ना ही पूर्व मंत्री इस तरह से कोई रकम बांट रहे हैं, लेकिन स्टाफ के द्वारा सफाई दिए जाने से महिलाएं नाराज हो गई उन्हें लगा कि शायद पूर्व मंत्री का स्टाफ झूठ बोल रहा है। इसके बाद महिलाएं अपनी नाराजगी जाहिर करने लगी और माहौल तनावपूर्ण हो गया। कुछ ही देर में भारी पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने महिलाओं से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निवेदन किया। लेकिन महिलाएं जिला प्रशासन के अधिकारियों से ही उलझ गई, जब वाद विवाद ज्यादा बढ़ने लगा तब पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्होंने स्पीकर के माध्यम से महिलाओं को तुरंत क्षेत्र खाली करने का आदेश दिया। पुलिस ने बलपूर्वक महिलाओं से पूर्व मंत्री के कार्यालय के सामने का पूरा इलाका खाली करा लिया और महिलाओं को अपने अपने घर वापस जाने की समझाइश दी। लगभग 1 घंटे की मेहनत के बाद महिलाएं अपने अपने घर वापस लौटी। इस दौरान महिलाओं ने पूर्व मंत्री के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि लॉक डाउन की वजह से वैसे ही उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और ऐसे में अफवाह फैला कर गरीबों का मजाक उड़ाया जा रहा है। इधर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को शांत रहने की अपील की है।