जबलपुर में तैनात होगा वायुसेना का फाइटर प्लेन मिग 21

Amit Sengar
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जबलपुर, संदीप कुमार। सेना का सबसे भरोसेमंद फाइटर प्लेन मिग 21 को जबलपुर तैनात किया गया है। चौकिये मत ये कोई युद्ध के मोर्चे की तैनाती नहीं है बल्कि सेना के शौर्य और पराक्रम की कहानी सुनाने के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों का तकनीकी कौशल बढाने के लिए एक कोशिश है। अब यह मिग 21 फाइटर प्लेन सेल्फी पॉइंट भी बन गया है। इसे जबलपुर के सरकारी इंजीनियरिंग कालेज में प्रतीक के तौर पर रखा गया है।

बता दें कि देश मे ऐसा पहली बार हुआ है जब तकनीकी संस्थान में किसी फाइटर प्लेन का स्थापित किया जा रहा है। कॉलेज के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस प्लेन को रक्षा मंत्रालय डीआरडीओ के माध्यम से जबलपुर भेजा गया। संभवत: देश के पहले तकनीकी संस्थान में किसी फाइटर प्लेन का स्थापित किया गया हो। दिल्ली से विभिन्न टुकड़ों में विमान के स्पेयर पार्टस पहुंचे, जहां इंजीनियिरों की टीम द्वारा एक-एक कर तैयार किया गया। यह इंडियन एयरफोर्स द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज को भेंट किया गया है। मिग-21 को प्रदान करने में डीआरडीओ के डॉयरेक्टर डॉ.सुधीर मिश्रा की महात्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंनें अपने प्रयासों से इसे जबलपुर में लाया।

दरअसल, दुश्मन देशों के लिए युद्ध मे काल कहलाने वाला वायुसेना का फाइटर प्लेन मिग 21 साल 2018 में रिटायर हो गया था। इस प्लेन ने वायु सेना के कई मोर्चों पर बेहतरीन साथ दिया। जबलपुर में यहां लाने के पहले इसे डिस्मेंटल किया गया एवं कई टुकड़ों में के माध्यम से जबलपुर पहुंचाया गया। वायुसेना के टेक्नीशियनों की टीम ने इसे असेंबल किया और महाविद्यालय परिसर में एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के सामने पहले से तैयार किए गए प्लेटफार्म पर स्थापित किया गया। मैकेनिकल के छात्रों को तकनीकी ज्ञान और कौशल के विकास के लिए इसे प्रदान किया गया है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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