जबलपुर में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अफगानी नागरिक सोहबत खान को गिरफ्तार किया है। सोहबत खान फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पिछले दस सालों से शहर के छोटी ओमती क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहा था। एटीएस को सूचना मिली थी कि कुछ अफगानी नागरिक जबलपुर में अवैध रूप से निवास कर रहे हैं, जिसके बाद शुक्रवार को सोहबत खान की गिरफ्तारी की गई है।
एटीएस एक सप्ताह से सोहबत पर निगरानी रख रही थी। जानकारी के अनुसार वो किराए के मकान में रहकर निजी नौकरी भी कर रहा था और उसने स्थानीय महिला से शादी भी कर ली थी। अब यह जांच की जा रही है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं और कितने फर्जी पासपोर्ट बनवाए गए हैं।
अवैध रूप से रह रहा अफगानी नागरिक गिरफ्तार
एटीएस ने सोहबत खान को गिरफ्तार किया है और अब इस मामले में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। जानकारी के अनुसार सोहबत खान ने न सिर्फ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट हासिल किया बल्कि उसने एक स्थानीय महिला से शादी भी कर ली थी। सूत्रों के अनुसार, जांच में पता चला है कि सोहबत खान अपने अन्य अफगानी साथियों के लिए भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट बनवाने की कोशिश कर रहा था। वह पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में रह रहे अपने अफगानी साथियों के लिए जबलपुर के फर्जी पतों का उपयोग करके पासपोर्ट बनवा रहा था।
दो और आरोपी भी गिरफ्त में, जांच जारी
एटीएस ने अब तक लगभग बीस ऐसे अफगानी युवकों की जानकारी हासिल की है जिनके लिए जबलपुर के पतों से पासपोर्ट बनवाने की कोशिश की गई थी। इस मामले में एटीएस ने दो और आरोपियों दिनेश गर्ग और महेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार किया है जो सोहबत खान के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और पासपोर्ट रैकेट चलाने में शामिल थे। एसीएफ अब इस रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा करने के लिए आगे की जांच कर रही है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट





